Cauvery water dispute: ‘मां कावेरी नहीं जानती हम किस राज्य से हैं, पानी के घटते स्तर से जूझ रही है और गर्मी के महीने में सूख जाती हैं’, गुरु सदगुरु जग्गी वासुदेव का तमिलनाडु-कर्नाटक का संदेश
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 29, 2023 18:25 IST2023-09-29T18:23:54+5:302023-09-29T18:25:38+5:30
Cauvery water dispute Karnataka Bandh News: सदगुरु ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘बड़े पैमाने पर वृक्ष आधारित कृषि की शुरुआत करना और कावेरी बेसिन के तहत आने वाले 83 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को हराभरा करना ही एक मात्र उपाय है जिससे कावेरी नदी सालभर प्रचुर मात्रा में जल के साथ प्रवाहित होती रहेगी।’’

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Cauvery water dispute Karnataka Bandh News: आध्यात्मिक गुरु सदगुरु जग्गी वासुदेव ने शुक्रवार को तमिलनाडु और कर्नाटक के लोगों से आह्वान किया कि कावेरी के कम पानी को लेकर लड़ने के बजाय वे नदी को समृद्ध कर उसमें प्रचुर जल प्रवाह सुनिश्चित करें।
Thank you @SadhguruJV Ji for this important reminder to take steps to make Cauvery abundant though the year.
— Tejasvi Surya (@Tejasvi_Surya) September 29, 2023
In addition to the point you have made, I would urge both states to also seriously review our cropping pattern in the delta.
Both states must try to make our cropping… https://t.co/0nbFFF1hHK
कर्नाटक और तमिलनाडु में कावेरी जल बंटवारे को लेकर विवाद के बीच उन्होंने कहा, ‘‘मां कावेरी नहीं जानती कि हम किस राज्य से हैं, लेकिन वह पानी के घटते स्तर से जूझ रही है और गर्मी के महीने में सूख जाती हैं।’’ सदगुरु ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘बड़े पैमाने पर वृक्ष आधारित कृषि की शुरुआत करना और कावेरी बेसिन के तहत आने वाले 83 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को हराभरा करना ही एक मात्र उपाय है जिससे कावेरी नदी सालभर प्रचुर मात्रा में जल के साथ प्रवाहित होती रहेगी।’’
इस पोस्ट में उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को भी टैग किया है। उन्होंने लिखा, ‘‘आइये हम कम पानी को लेकर लड़ने की बजाय मां कावेरी को सशक्त और समृद्ध करें...। ’’ तमिलनाडु के लिए कावेरी नदी का पानी छोड़ने के खिलाफ कन्नड़ संगठनों की ओर से शुक्रवार को राज्यव्यापी बंद का आयोजन किया गया था।