ओटावा: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने शनिवार को ओडिशा में हुए तीन रेल हादसे में लोगों की मौत पर दुख जताया। उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "भारत के ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना की तस्वीरें और रिपोर्ट मेरा दिल तोड़ देती हैं। मैं उन लोगों के लिए अपनी गहरी संवेदना भेज रहा हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और मैं घायलों को अपने विचारों में रख रहा हूं। इस मुश्किल घड़ी में कनाडा के लोग भारत के लोगों के साथ खड़े हैं।"
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 238 हो गई। इस हादसे में 900 से अधिक यात्री घायल हुए हैं। ट्रेन के उस डिब्बे को जमीन से निकालने के लिए क्रेन और बुलडोजर की मदद ली जा रही है, जो एक अन्य ट्रेन के डिब्बे के उसके ऊपर गिरने के कारण धंस गया था।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कोलकाता से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण में बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे हुआ यह हादसा भारतीय रेल इतिहास का अब तक का चौथा सबसे भीषण हादसा है। रेल मंत्रालय ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं। भारतीय रेलवे ने एक बयान में बताया कि इस ट्रेन दुर्घटना की जांच दक्षिण-पूर्व सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त ए एम चौधरी करेंगे।
रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे।
अधिकारी ने कहा, "पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए।" उन्होंने बताया कि चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई।
(भाषा इनपुट के साथ)