नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन और विरोध को लेकर दिल्ली में रविवार हालात बिगड़ गए। मौजपुर के कबीर नगर मेट्रो स्टेशन के पास सीएए के समर्थक और विरोधी आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों में जमकर पथराव हुआ। पथराव के चलते पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इसके अलावा जाफराबाद में भी सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच पथराव हुआ। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस लाठियां भाजनी पड़ी और आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है। सुरक्षा के लिहाज से मौजपुर और बाबरपुर मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है।
दो मेट्रो स्टेशन बंद
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ रातभर चला प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहने पर उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए। इस प्रदर्शन में करीब 500 लोग पहुंचे, जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं। यह प्रदर्शन शनिवार की रात शुरू हुआ और इस दौरान सीलमपुर को मौजपुर तथा यमुना विहार से जोड़ने वाली सड़क जाम कर दी गई। महिलाओं के हाथ में तिरंगा था और वे ‘आजादी’ के नारे लगा रही थीं। उन्होंने कहा कि वे तब तक नहीं हटेंगी जब तक केन्द्र सीएए को वापस नहीं ले लेता।
महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती
महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती सहित इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। प्रदर्शन के मद्देनजर ही जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने ट्वीट किया, ‘‘ जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। इस स्टेशन पर ट्रेन नहीं रुकेगी। ’’ बुशरा नामक महिला ने कहा कि सीएए को वापस लिए जाने तक प्रदर्शनकारी यहां से नहीं हटेंगे। सामाजिक कार्यकर्ता फहीम बेग ने कहा कि लोग इस मामले पर सरकार के रुख से नाराज हैं। सीएए के खिलाफ मुख्य सीलमपुर मार्ग और कर्दमपुरी के पास प्रदर्शन पहले से ही जारी है। जाफराबाद में यह प्रदर्शन ऐसे समय किया जा रहा है जब शाहीन बाग में पिछले दो महीने से सीएए का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास जारी है। उच्चतम न्यायालय ने इन सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों से संपर्क करने के लिए वार्ताकार भी नियुक्त किए हैं।