कोरोना वायरस खतरे के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने पहले शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन पर बैठे लोगों को हटाया। इसके बाद पुलिस ने हौज रानी समेत दिल्ली की सात अन्य जगहों पर सीएए के खिलाफ धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों को हटाया। हालांकि पुलिस ने शाहीन बाग को छोड़कर किसी भी जगह से प्रदर्शनकारियों को हिरासत में नहीं लिया। यह कार्रवाई मंगलवार सुबह की गई है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी में लॉकडाउन के बीच हौज रानी में धरनास्थल को खाली करवाया। कोरोना वायरस के चल दिल्ली में धारा 144 लागू है। वहीं, शाहीन बाग में महिला प्रदर्शनकारी सीएए के खिलाफ 101 दिनों से धरने पर बैठी थीं।
दिल्ली सरकार ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर 50 से अधिक लोगों वाले समारोहों की अनुमति नहीं है, जिसकी संख्या घटाकर अब 20 कर दी गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था, 'यह शाहीन बाग पर भी लागू होता है।'
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल की सरकार ने सोमवार (23 मार्च) से राजधानी को लॉकडाउन कर दिया है। यहां स्थानीय स्तर पर कोरोना वायरस के संक्रमण के छह मामले सामने आने के बाद कड़े कदम उठाए गए हैं।
बता दें, भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक करीब 500 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार तक के आंकड़ों में यह संख्या सामने आई है। मंगलवार सुबह तक के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक देश में कोविड-19 के कुल मामले 492 हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन आंकड़ों में कम से कम 41 विदेशी नागरिक शामिल हैं और अब तक नौ मौत हो चुकी है। देश में 22 नये मामले सामने आने के बाद कोविड-19 से अब भी संक्रमित लोगों की संख्या 446 है।
पिछले कुछ दिनों में संक्रमण के मामले अचानक बढ़ने के बाद अधिकारियों ने लगभग पूरे देश में लॉकडाउन (बंद) लागू कर दिया है, जिसके तहत लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध हैं और सड़क, रेल एवं हवाई यातायात पर 31 मार्च तक रोक लगा दी गई है।