महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को पार्टी का नया झंडा जारी किया जो भगवा रंग का है, जिससे राजनीतिक गलियारों में पार्टी की विचारधारा के संभावित बदलाव को लेकर चर्चा हो रही है। इस बीच मुंबई में देर शाम राज ठाकरे ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर कहा कि सीएए पर बहस हो सकती है, लेकिन हम किसी ऐसे व्यक्ति को शरण क्यों दें, जो अवैध रूप से बाहर से आया हो?
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, राज ठाकरे ने कहा, 'मैं कुछ मुद्दों पर राज्य के गृह मंत्री या मुख्यमंत्री से मिलूंगा। भारत के मुस्लिम मौलवी दूसरे देशों में जाते हैं, किसी को नहीं पता कि वे क्या करते हैं, यहां तक कि पुलिस भी वहां नहीं जा सकती। हम 9 फरवरी एक रैली करेंगे। यह रैली भारत में आए पाकिस्तान और बांग्लादेश से अवैध घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए होगी।'
पार्टी का नया झंडा जारी करने से पहले मनसे प्रमुख ने अपने ताऊ और शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे को गुरुवार को उनकी 94वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
एमएनएस के अधिवेशन के शुरुआती सत्र में उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज, बी आर आंबेडकर और अपने दादा प्रबोधनकार ठाकरे के अलावा हिंदूवादी विचारक वी डी सावरकर को भी श्रद्धांजलि दी। राज ठाकरे ने शिवसेना से अलग होने के बाद 2006 में मनसे बनाई थी