लाइव न्यूज़ :

बुराड़ी हत्या: किस वजह से मां-बाप दे देते हैं अपने बच्चों की बलि, जानिए विशेषज्ञों की राय

By भाषा | Updated: July 6, 2018 07:27 IST

उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में हुई घटना का रहस्य भले ही सुलझ गया हो लेकिन इसको लेकर रहस्य अभी भी बना हुआ है कि परिवार के 11 सदस्यों की मौत क्यों और कैसे हुई।

Open in App

मनीष सैन

नई दिल्ली, 5 जुलाई: उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में हुई घटना का रहस्य भले ही सुलझ गया हो लेकिन इसको लेकर रहस्य अभी भी बना हुआ है कि परिवार के 11 सदस्यों की मौत क्यों और कैसे हुई। इसमें तंत्रमंत्र का संदेह जताया जा रहा है जो कि देश के कई हिस्सों में अभी भी प्रचलित है जिसमें मानव बलि जैसी विचित्र प्रथाएं शामिल होती हैं।

इनमें से कई मामले बच्चों की बलि से संबंधित रहे हैं। उदाहरण के लिए गत महीने राजस्थान के एक व्यक्ति ने स्वीकार किया कि उसने रमजान के दौरान अल्लाह को खुश करने के लिए अपनी बेटी का गला काट दिया। जनवरी 2016 में छत्तीसगढ़ के रहने वाले एक पिता ने स्वीकार किया कि उसने ‘‘ अपने परिवार की भलाई ’’ के लिए अपने पुत्र का सिर काट दिया।

कई ऐसे मामले सामने आते हैं जिसमें महिलाओं को चुड़ैल होने के संदेह में प्रताड़ित किया जाता है। एक अभिभावक अपने बच्चे को कैसे मार सकता है ? कोई एक परिवार आत्महत्या के लिए कैसे तैयार हो सकता है ? विशेषज्ञों के अनुसार धार्मिक और आध्यात्मिक प्रभाव जीवन के निर्णयों को सामान्य स्थिति से आगे प्रभावित कर सकते हैं। ’’

दिल्ली स्थित मानव व्यवहार एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान ( इहबास) के निदेशक निमेष देसाई ने पीटीआई से कहा , ‘‘ धार्मिक एवं आध्यात्मिक प्रभाव में जीवन के कई निर्णय प्रभावित होते हैं , विशेष तौर पर हमारे जैसी संस्कृति में। इनमें से कुछ परिवर्तन चरम सीमा के होते हैं जिनसे स्वयं या अन्य को नुकसान होता है। ’’

फेडरेशन आफ इंडियन रेशनलिस्ट एसोसिएशन (एफआईआरए) के अध्यक्ष नरेंद्रय नायक ने कहा कि बलि का विचार धार्मिक और तंत्रमंत्र के लिए कोई नया नहीं है। इसमें विश्वास करने वालों का कहना है कि ‘‘ बलि जितनी बड़ी होगी , परिणाम उतना अधिक होगा। ’’ बुराड़ी मामले में परिवार के 10 सदस्य फंदे से लटके मिले थे जबकि 11 वां सदस्य जो कि परिवार की सबसे वृद्ध सदस्य थी वह अन्य कमरे में मृत मिली थी।

नायक ने कहा कि बुराड़ी मामले में उपलब्ध जानकारी के अनुसार यह स्पष्ट है कि पीड़ित व्यक्तियों में से एक या अधिक सदस्यों में पुनर्जन्म को लेकर दृढ़ मान्यता थी। पुलिस का कहना है कि मृत व्यक्तियों की आंखों पर पट्टी बंधी थी , कुछ के हाथ बंधे थे , नोट मिला था जिसमें मोक्ष प्राप्त करने के लिए कदम बताये गए थे , यह मामला इस ओर इशारा करता है कि पूरे परिवार ने आध्यात्मिक या रहस्यमय प्रक्रियाएं अपनायी। ’’

तर्कवादी नरेंद्र डाभोलकर की पुत्री मुक्ता डाभोलकर ने कहा कि महाराष्ट्र और असम को छोड़कर विधिक रूपरेखा की कमी के चलते ऐसे कृत्यों पर रोक के लिए कदम लगभग नहीं उठाये जा सके हैं। नरेंद्र डाभोलकर की अगस्त 2013 में हत्या कर दी गई थी ।

टॅग्स :बुराड़ी कांडदिल्ली
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

क्राइम अलर्टDelhi: जाफराबाद में सड़क पर झड़प, गोलीबारी के बाद 3 गिरफ्तार

भारतIndiGo Flights Cancelled: इंडिगो ने दिल्ली से सभी फ्लाइट्स आज रात तक की बंद, यात्रियों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी

भारतDelhi Traffic Advisory: पुतिन के दौरे को लेकर दिल्ली में ट्रैफिक एडवाइजरी जारी, इन रास्तों पर जाने की मनाही; चेक करें

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत