Budget 2022: ममता बनर्जी ने ‘पेगासस स्पिन बजट’ करार दिया, सीताराम येचुरी ने पूछा- 10 फीसदी अमीरों पर अधिक कर क्यों नहीं?
By विशाल कुमार | Published: February 1, 2022 01:56 PM2022-02-01T13:56:50+5:302022-02-01T13:58:50+5:30
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि ऐसे समय में जब देश में बेरोजगारी, गरीबी और भूखमरी बढ़ रही है तब महामारी के दौरान बेतहाशा मुनाफा कमाने वालों पर अधिक कर क्यों नहीं लगाया गया?
नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वर्ष 2022-23 के आम बजट को ‘पेगासस स्पिन बजट’ करार देते हुए मंगलवार को कहा कि इसमें देश के आम लोगों के लिए कुछ नहीं है।
ममता ने ट्वीट किया, ‘‘बेरोजगारी और महंगाई से पिस रहे आम लोगों के लिए बजट में कुछ नहीं है । बड़ी-बड़ी बाते हैं और हकीकत में कुछ नहीं है। ‘पेगासस स्पिन बजट’ है।’’
BUDGET HAS ZERO FOR COMMON PEOPLE, WHO ARE GETTING CRUSHED BY UNEMPLOYMENT & INFLATION. GOVT IS LOST IN BIG WORDS SIGNIFYING NOTHING - A PEGASUS SPIN BUDGET
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 1, 2022
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डेरेक ओब्रायन ने दावा किया कि बजट से साबित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों, गरीबों और मध्य वर्ग की परवाह नहीं करते। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हीरे सरकार के सबसे अच्छे मित्र हैं। किसानों, मध्य वर्ग, दिहाड़ी मजदूरों, बेरोजगारों की प्रधानमंत्री परवाह नहीं करते।
Diamonds are this government’s best friend.
— Derek O'Brien | ডেরেক ও'ব্রায়েন (@derekobrienmp) February 1, 2022
For the rest— farmers, middle class, daily earners, unemployed— this is a PM (Does Not) Care #Budget2022
वहीं, माकपा नेता सीताराम येचुरी ने वित्त वर्ष 2022-23 के आम बजट को अमीरों का बजट बताते हुए पूछा कि यह बजट किससे के लिए है? उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बजट किसके लिए? सबसे अमीर 10 फीसदी लोगों के पास देश की 75 फीसदी संपत्ति है। देश के 60 फीसदी निचले तबके के लोगों के पास पांच फीसदी संपत्ति है।
Budget for whom?
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) February 1, 2022
The richest 10% Indians owns 75% of the country's wealth.
Bottom 60% own less than 5%.
Why are those who amassed super profits during the pandemic, while joblessness, poverty & hunger have grown, not being taxed more?#Budget2022
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे समय में जब देश में बेरोजगारी, गरीबी और भूखमरी बढ़ रही है तब महामारी के दौरान बेतहाशा मुनाफा कमाने वालों पर अधिक कर क्यों नहीं लगाया गया?
वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने लोकसभा में मंगलवार को वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया।