नई दिल्ली:दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को अंग्रेजों पर भारतीय शिक्षा प्रणाली को नष्ट करने का आरोप लगाया। दरअसल, सीएम केजरीवाल गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के पूर्वी दिल्ली परिसर के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए अंग्रेजों पर निशाना साध रहे थे।
उन्होंने अंग्रेजों पर भारतीय शिक्षा प्रणाली को नष्ट करने और इसे क्लर्क बनाने की असेंबली-लाइन में बदलने का आरोप लगाया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि छात्रों को नौकरी देने वाली शिक्षा पर जोर देना चाहिए, न कि नौकरी पाने वाली। केजरीवाल ने आईपी यूनिवर्सिटी के इस नए परिसर को देश को समर्पित किया और इसे देश के सर्वश्रेष्ठ परिसरों में से एक करार दिया।
नवीन कैंपस को लेकर दिल्ली सीएम ने कहा कि इसमें उत्कृष्ट सुविधाएं हैं और वास्तुकला के मामले में इसे देश के सर्वश्रेष्ठ परिसरों में से एक के रूप में गिना जा सकता है। इस परिसर में 2,500 छात्रों को समायोजित किया जाएगा। यहां दुकानों के खुलने और रोजगार के अवसर पैदा होने से इसके आसपास के क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि पूर्वी दिल्ली में ऐसा कोई कैंपस नहीं था। हमने स्कूली शिक्षा के लिए एक ऐसा मॉडल तैयार किया जहां बिना पैसे वाले भी अपने बच्चे को शिक्षित करा सकें। अब, हमें उच्च शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना होगा। सीएम ने 1830 के दशक में एक शिक्षा प्रणाली बनाने के लिए ब्रिटिश नौकरशाह लॉर्ड मैकाले की शिक्षा नीति को कोसा।
सीएम केजरीवाल ने अपने संबोधन में यह कहा कि उन्होंने (अंग्रेजों ने) क्लर्क तैयार करने के लिए भारत की शिक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया। हमने इस व्यवस्था में बदलाव नहीं किया। हमें रोजगार देने वाली शिक्षा देने के लिए कुछ करना होगा। इस कैंपस में छात्रों को ऑटोमेशन, डिजाइन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा मैनेजमेंट, इनोवेशन सिखाया जाएगा। यह तकनीकी दुनिया की मांग है।