ऋषि सुनक को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा- 'ब्रिटेन ने नस्लवाद को पछाड़ा', भाजपा को दिया संदेश
By रुस्तम राणा | Updated: October 25, 2022 20:54 IST2022-10-25T20:45:39+5:302022-10-25T20:54:20+5:30
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को लेकर कहा कि यह कई स्तरों पर असाधारण है। आप देख सकते हैं कि ब्रिटेन ने अपने नस्लवाद को पछाड़ दिया है।

ऋषि सुनक को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा- 'ब्रिटेन ने नस्लवाद को पछाड़ा', भाजपा को दिया संदेश
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने मंगलवार को कहा कि ऋषि सुनक का ब्रिटिश प्रधानमंत्री के पद तक बढ़ना कई स्तरों पर असाधारण है। केरल के सांसद ने यूके में कई साल बिताए हैं। उन्होंने मोदी भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह इस बात का सबूत है कि देश ने नस्लवाद को पछाड़ दिया है।
थरूर ने ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को लेकर कहा कि यह कई स्तरों पर असाधारण है। आप देख सकते हैं कि ब्रिटेन ने अपने नस्लवाद को पछाड़ दिया है, अन्य धार्मिक विश्वासों के लोगों को आत्मसात करने और स्वीकार करने की जबरदस्त इच्छा दिखाई है और इसके शीर्ष पर उन्होंने उनकी योग्यता को देखा है।
विपक्षी नेता ने भारत में भाजपा सरकार के साथ तुलना की और कहा कि सत्ताधारी खेमे का संसद में एक भी मुस्लिम सांसद नहीं है। उन्होंने कहा, हमें जाति, धर्म और वर्ग और भाषा और क्षेत्र के कुछ विचारों से परे देखने के लिए तैयार रहना चाहिए। देश को जो इनाम देना चाहिए वह योग्यता है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक थरूर ने कहा, भाजपा जैसी पार्टी जिसके पास आज संसद में एक भी मुस्लिम सांसद नहीं है, जो एक चौंकाने वाली स्थिति है जो पहले कभी नहीं थी। क्या बीजेपी के समर्थक किसी अन्य पृष्ठभूमि के पीएम या इस्लामिक या ईसाई धर्म के बीजेपी सीएम की कल्पना कर सकते हैं? मुझे इसमें संदेह है।
It's extraordinary at multiple levels. You can see that Britain has outgrown their racism, shown tremendous willingness to absorb & admit people of other religious faiths & on top of that they've looked at their merit: Cong MP Shashi Tharoor on appointment of #RishiSunak as UK PM pic.twitter.com/a6VVyr6j1C
— ANI (@ANI) October 25, 2022
ब्रिटिश उपनिवेशवाद के घोर आलोचक के रूप में जाने जाने वाले थरूर ने एक ट्वीट में यूके में एक राजनेता के रूप में सुनक की उपलब्धि का स्वागत किया था।