नई दिल्ली: विरोध कर रहे पहलवान मंगलवार को अपने पदकों को पवित्र नदी गंगा में विसर्जित करने पहुंचे थे। हालांकि, किसान नेता नरेश टिकैत के हस्तक्षेप के बाद विरोध कर रहे पहलवानों ने मंगलवार को अपने पदक गंगा में नहीं डालने का फैसला किया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि यदि खिलाड़ी अपने पदक विसर्जित करना चाहते हैं तो हम क्या कर सकते हैं?
इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, "पहलवान अपने-अपने मेडल गंगा जी में विसर्जित करने चले गए। लेकिन उन्होंने गंगा जी की जगह अपना मेडल टिकैत को दे दिया। यही उनका स्टैंड है। हम क्या कर सकते हैं?" साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगट सहित कई शीर्ष पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जाने के बाद उनका विरोध कर रहे हैं।
वे उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। मंगलवार को भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने इंडिया टुडे से कहा, "अब इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता। अब मेरा कार्यकाल पूरा हो गया है और चुनाव होगा। उन्हें जांच करने दें और देखें कि भविष्य में क्या होता है। अब हमारे हाथ में कुछ नहीं है। सब कुछ दिल्ली पुलिस के भरोसे छोड़ दिया गया है।"
बृजभूषण शरण सिंह ने अप्रैल से धरना दे रहे पहलवानों के बारे में बात करते हुए कहा, "ये लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं, इस सवाल का जवाब तो वही दे सकते हैं। एक निगरानी समिति बनाई गई, उनके अनुरोध पर एक प्राथमिकी की गई और अब जांच चल रही है।" दिल्ली पुलिस ने पहलवानों की शिकायतों के आधार पर पिछले महीने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की थी।
सिंह ने दोहराया, "अगर मैं गलत पाया गया, तो मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मुझे इससे कोई समस्या नहीं है।"