...जब घोड़ी पर चढ़कर इस अंदाज में मंडप पहुंची दुल्हन, ये बताया मकसद
By रामदीप मिश्रा | Published: March 27, 2018 02:00 AM2018-03-27T02:00:41+5:302018-03-27T02:00:41+5:30
बारात में घोड़ी पर सवार युवती को देखकर हर किसी को अचंभा जरूर लग रहा था, लेकिन जब युवती ने इस कदम को लेकर अपनी बात रखी तो उसकी तारीफ होने लगी।
जयपुर, 27 मार्चः आपने हमेशा शादियों में घोड़ी पर चढ़ते हुए दूल्हे को देखा होगा। हिन्दू समाज में अभी तक कुछ ऐसी ही परंपरा चली आ रही है। इस परंपरा को तोड़ने के लिए राजस्थान में एक दुल्हन को घोड़ी पर चढ़ाया गया और धूमधाम से बारात निकाली गई। उसके इस तरह के कदम उठाने को लेकर कहा गया कि समाज में लड़कियों को किसी भी चीज में कमतर नहीं आकना चाहिए।
दरअसल, सूबे के जिला झुंझुनूं के नवलगढ़ में सोमवार देर रात एक बारात निकली, जिसमें दुल्हन घोड़ी पर बैठी हुई दिखाई दी। इसके बाद जब दुल्हन से इस बारे में पूछा गया तो उसका कहना था कि मेरा परिवार एक मैसेज देना चाहता है कि किसी को बेटियों और बेटों के बीच अंतर नहीं करना चाहिए और उन्हें समान अवसर प्रदान करना चाहिए।
Bride rode a horse during a ritual ahead of her wedding in Jhunjhunu's Nawalgarh; said, 'my family wanted to send a message that one should never differentiate between daughters and sons & should provide them with equal opportunities' #Rajasthan (25.03.18) pic.twitter.com/YBYtH0WYw5
— ANI (@ANI) March 26, 2018
बारात में घोड़ी पर सवार युवती को देखकर हर किसी को अचंभा जरूर लग रहा था, लेकिन जब युवती ने इस कदम को लेकर अपनी बात रखी तो उसकी तारीफ होने लगी। वहां मौजूद लोगों ने दुल्हन और उसके परिवार की सोच की जमकर सराहना की।
वहीं, बारात निकालने के समय दूल्हा घोड़ी पर दिखाई नहीं दिया। वह सीधे वरमाला स्टेज पर गया, जहां एक दूसरे के वरमाला पहनाई और एक साथ जीने-मरने की कसमें खाईं।