Bomb Threats: विमानों को लगातार मिल रही धमकी पर सरकार सख्त, दोषियों को नो-फ्लाई लिस्ट में डालने की तैयारी
By अंजली चौहान | Updated: October 18, 2024 08:06 IST2024-10-18T08:04:29+5:302024-10-18T08:06:11+5:30
Bomb Threats: विस्तारा ने एक बयान में कहा कि उसकी फ्रैंकफर्ट-मुंबई उड़ान को सुरक्षा अलर्ट मिला था, लेकिन वह यहां सुरक्षित उतर गई।

Bomb Threats: विमानों को लगातार मिल रही धमकी पर सरकार सख्त, दोषियों को नो-फ्लाई लिस्ट में डालने की तैयारी
Bomb Threats: काफी समय से विमानों को बम से उड़ाने की कई फर्जी धमकियां मिलने के मामले सामने आ रहे है। लगातार ऐसा हो चुका है कि अन्य-अन्य एयरलाइन्स के विमानों को बम उड़ाने की धमकी मिल चुकी है जिससे सुरक्षा एजेसियां अलर्ट हो गई है। विमानों को बम से उड़ाने की धमकियों का सिलसिला बीते दिन 17 अक्टूबर तक जारी रहा। और कम से कम नौ और विमानों को सोशल मीडिया पर धमकियां मिलीं। इनमें एयर इंडिया की पांच, विस्तारा की दो और इंडिगो की एक उड़ान शामिल है। इस तरह इस सप्ताह ऐसी घटनाओं की संख्या करीब 30 हो गई है।
इससे पहले आज, 147 लोगों को लेकर मुंबई जा रही विस्तारा की एक उड़ान को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट से विमान में बम की धमकी मिलने के बाद आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। विस्तारा ने एक बयान में कहा कि उसकी फ्रैंकफर्ट-मुंबई उड़ान को सुरक्षा अलर्ट मिला था, लेकिन वह यहां सुरक्षित उतर गई। एयरलाइन ने कहा, "16 अक्टूबर, 2024 को फ्रैंकफर्ट से मुंबई के लिए उड़ान भरने वाली विस्तारा की उड़ान यूके 028 को सोशल मीडिया पर सुरक्षा संबंधी धमकी मिली थी।"
एक अधिकारी ने बताया कि एयर इंडिया की पांच उड़ानों को आज सोशल मीडिया पर सुरक्षा संबंधी धमकी मिली। इनकी सूचना विनियामक निकायों को दे दी गई है और विनियामक निकायों के दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी निर्धारित प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन किया गया। सभी पांच उड़ानों ने सुरक्षित लैंडिंग की है। एयर इंडिया अपने यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इसे सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि इस सप्ताह कई भारतीय एयरलाइनरों को बम की झूठी धमकी देने वाले लगभग 10 सोशल मीडिया हैंडल को अब तक साइबर सुरक्षा एजेंसियों द्वारा निलंबित या ब्लॉक कर दिया गया है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, साइबर, विमानन सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की एक संयुक्त टीम ने इन हैंडल का “विश्लेषण” किया, जिसके बाद इन अकाउंट को निलंबित करने के आदेश जारी किए गए क्योंकि वे “बेवकूफी भरी” धमकियाँ जारी कर रहे थे।
बुधवार को, 184 यात्रियों के साथ बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयर की फ्लाइट QP1335 ने कथित तौर पर बम की धमकी मिलने के बाद आपातकाल घोषित कर दिया और दिल्ली लौट आई। कुछ ही मिनटों बाद, मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को इसी तरह के कारणों से अहमदाबाद डायवर्ट करना पड़ा।
बम की धमकियों का यह सिलसिला सोमवार को शुरू हुआ जब भारतीय एयरलाइनों की तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बम की झूठी धमकी मिली। मंगलवार को अन्य दस उड़ानों को धमकी मिली, जबकि बुधवार को कम से कम सात धमकियाँ मिलीं।
गौरतलब है कि मुंबई पुलिस ने धमकियों के संबंध में सात प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की हैं।
पहली एफआईआर- 14 अक्टूबर- इंडिगो (मुंबई से जेद्दा, मुंबई से मस्कट) और एयर इंडिया (मुंबई से न्यूयॉर्क) में बम की धमकी
दूसरी एफआईआर- 15 अक्टूबर- स्पाइसजेट (दरभंगा से मुंबई) में बम की धमकी
तीसरी एफआईआर- 16 अक्टूबर- इंडिगो (मुंबई से दिल्ली) में बम की धमकी
चौथी एफआईआर- 16 अक्टूबर- इंडिगो (मुंबई से सिंगापुर, रियाद से मुंबई और चेन्नई से लखनऊ) में बम की धमकी
पांचवीं एफआईआर- 16 अक्टूबर- अकासा एयर (कोलकाता से मुंबई) में बम की धमकी
छठी एफआईआर- 16 अक्टूबर- स्पाइसजेट (दरभंगा से मुंबई) में बम की धमकी
सातवीं एफआईआर- 17 अक्टूबर- विस्तारा (फ्रैंकफर्ट से मुंबई) और इंडिगो (इस्तांबुल से मुंबई) में बम की धमकी।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा है कि शुरुआती जांच में किसी साजिश की ओर इशारा नहीं किया गया है और ज्यादातर कॉल "नाबालिगों और शरारती लोगों" ने की हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कड़े नियम बनाने की योजना बनाई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) के शीर्ष सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों सहित विभिन्न हितधारकों के साथ कई दौर की बैठकें हुई हैं। मंत्रालय एयरलाइनों को बम की झूठी धमकियों की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त मानदंड लागू करने की भी योजना बना रहा है, जिसमें अपराधियों को नो-फ्लाई सूची में डालना भी शामिल है।
इसके तहत ऐसे व्यक्ति को किसी भी एयरलाइन की उड़ान भरने से रोक दिया जाएगा। यह ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस) से संबंधित नियमों सहित मौजूदा नियमों में संशोधन करने पर भी विचार कर रहा है, ताकि दोषियों के लिए सख्त सजा सुनिश्चित की जा सके।