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बोगतुई हत्याकांडः आरोपी लालन शेख की सीबीआई हिरासत में मौत, टीएमसी ने जांच की मांग

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 13, 2022 18:18 IST

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में इस साल मार्च में हुई हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी की सोमवार शाम सीबीआई हिरासत में मौत हो गई।

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ठळक मुद्दे पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में आगजनी और हिंसा का मुख्य आरोपी ललन शेख सीबीआइ हिरासत में मृत पाया गया।तृणमूल कांग्रेस नेता मदन मित्रा ने ललन शेख की मौत की जांच की मांग की।मृतक की पत्नी ने सीबीआई पर लगाया आरोप।

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के नेता मदन मित्रा ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में हुए नरसंहार के मुख्य आरोपी और सीबीआई हिरासत में मृत पाए गए लालन शेख की मौत की जांच की मांग की है। टीएमसी नेता ने केंद्रीय जांच एजेंसियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं।

लालन शेख केंद्रीय जांच ब्यूरो की हिरासत में था। सीबीआई ने उसे 4 दिसंबर को झारखंड से गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सोमवार को सीबीआई के अस्थायी कार्यालय में लालन 'फंदे से लटकता' पाया गया। सीबीआई के एक अधिकारी के अनुसार, लालन शेख ड्यूटी पर तैनात एक अन्य सीबीआई कर्मी की हिरासत में था।

जबकि मामले के दो जांच अधिकारी आधिकारिक काम के लिए अदालत गए थे। घटना शाम करीब साढ़े चार बजे की है, जब सीआरपीएफ के जवान साइट ऑफिस पर पहरा दे रहे थे। शेख बाथरूम में गया और जब वह काफी देर तक बाहर नहीं आया तो कर्मचारी जांच करने के लिए अंदर गए और उसे फांसी पर लटका हुआ पाया।

लालन शेख के परिवार के सदस्यों ने मामले की जांच की मांग करते हुए दावा किया कि सीबीआई हिरासत में शेख को  बुरी तरह से पीटा गया, यह आत्महत्या नहीं हत्या है। वहीं टीएमसी नेता मित्रा ने कहा, “लालन शेख की मौत रहस्यमयी है इस मामले की गंभीर जांच होनी चाहिए।” उन्होंने कहा, “अगर लोगों को जांच से दिक्कत है तो वे सीबीआई जांच की मांग करते हैं।

लेकिन अगर मुख्य आरोपी सीबीआई की हिरासत में फांसी पर लटकता हुआ पाया जाता है, तो लोगों का एजेंसी पर भरोसा कैसे होगा?” मित्रा ने भाजपा पर साजिश का आरोप लगाते हुए कहा, ‘विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और दिलीप घोष सहित भाजपा नेताओं ने उल्लेख किया था कि दिसंबर में बंगाल में कुछ होगा और शुभेंदु अधिकारी ने स्पष्ट रूप से 12 दिसंबर की तारीख का उल्लेख किया था।”

बता दें पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में बोगतुई गांव में 21 मार्च 2022 की रात एक टीएमसी नेता की हत्या कर दी गई थी। भादू शेख नाम के टीएमसी नेता की हत्या के बाद टीएमसी समर्थकों ने हमलावरों के घर में आग लगा दी थी। इस आगजनी में 10 लोगों की जलकर मौत हो गई थी। बोगतुई गांव में हुए इस नरसंहार में टीएमसी नेता भादू शेख के चचेरे भाई लालन शेख को मुख्य आरोपी बनाया गया।

नरसंहार का आरोप लगने के बाद लालन शेख घर छोड़कर फरार हो गया था।कलकता हाईकोर्ट ने 25 मार्च को मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था। इस मामले का मुख्य आरोपी लालन शेख तब तक फरार था जब तक कि उसे सीबीआई ने गिरफ्तार नहीं कर लिया।

टॅग्स :टीएमसीCBI Bengal Violenceसीबीआई
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