भाजपा पूरी ताकत के साथ अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार, विपक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ लामबंद
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 8, 2023 10:07 AM2023-08-08T10:07:02+5:302023-08-08T10:15:26+5:30
संसद के लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर आज सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर नूरा कुश्ती होगी।
नयी दिल्ली:संसद के लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर आज सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर नूरा कुश्ती होगी। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा मणिपुर पर लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर दोनों पक्षों के बेहद तीखे वैचारिक संघर्ष का अनुमान लगाया जा रहा है। इस बीच यह बात भी सामने आ रही है कि अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल गांधी आज लोकसभा में बहस का नेतृत्व कर सकते हैं।
इस बात को लेकर एक तरफ विपक्ष उत्साहित है वहीं दूसरी ओर भाजपा एनडीए के अन्य दलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में प्रचंड बहुमत के साथ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के लिए पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रही है। इस पूरे मसले में यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर में हिंसा पर संसद में क्या कहते हैं, क्योंकि वो स्वयं बीते जून में मणिपुर का दौरा कर चुके हैं।
जानकारी के अनुसार विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में आज दोपहर 12 बजे बहस शुरू होगी, जिसके शाम 7 बजे तक चलने के आसार हैं। संसद के सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार 8, 9 और 10 अगस्त तक लोकसभा में लगातार तीन दिनों तक यही शेड्यूल रहने की उम्मीद है और आखिरी दिन प्रधानमंभी नरेंद्र मोदी विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देंगे। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बारे में कहा जा रहा है कि वो अविश्वास प्रस्ताव पर 9 अगस्त को लोकसभा में सरकार की ओर से अपना पक्ष रखेंगे।
जहां तक लोकसभा में आंकड़ों की बाजीगरी है, तो उसमें सत्ताधारी एनडीए भारी है। लोकसभा में मौजूद एनडीए सांसदों की संख्या 333 है। जिसमें अकेले भाजपा के सांसदों की संख्या 302 है। इसके अलावा शिवसेना (शिंदे गुट) के 12, लोक जन शक्ति पार्टी के 6, एनसीपी (अजित पवार गुट) के 3, अपना दल (सोनीलाल) के 2, निर्दलीय के 2, आजसू पार्टी के 1, तमिलनाडु की अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के 1, मिजो नेशनल फ्रंट के 1, नागा पीपुल्स फ्रंट के 1, नेशनल पीपुल्स पार्टी के 1, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के 1 और सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के 1 सांसद शाममिल हैं।
वहीं अगर विपक्षी गठबंधन 'इंडिया'की बात करें तो कुल 142 सांसद हैं। जिनमें कांग्रेस के 50, डीएमके के 24, तृणमूस कांग्रेस के 23, जेडीयू के 16, शिवसेना (यूबीटी) के 7, एनसीपी (शरद पवार) के 3, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के 3, जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के 3, समाजवादी पार्टी के 3, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के 3, आम आदमी पार्टी के 1, झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के 1, केरल कांग्रेस (एम) के 1, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के 1 और विदुथलाई चिरुथिगल काची के 1 सांसद हैं।
इन आंकड़ों के आधार पर भाजपा नीत सत्तारूढ़ एनडीए को उम्मीद है कि वो विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को आसानाी से मात दे देगी। वहीं संख्या बल न होने के बावजूद विपक्ष इस बात से खुश है कि आखिरकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न चाहते हुए भी मणिपुर हिंसा पर लोकसभा में बात करनी होगी। इस परीक्षा में सफल होने की एनडीए और 'इंडिया' दोनों गठबंधनों ने अपना लोकसभा सांसदों को 8, 9 और 10 को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है।
इससे पूर्व 20 जुलाई 2018 को विपक्ष ने मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में उस वक्त अविश्वास प्रस्ताव रखा था, जब भाजपा की पूर्व सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी ने आंध्र प्रदेश को धन के कथित गैर-आवंटन पर नोटिस सौंपे जाने के बाद एनडीए से समर्थन खिंच लिया था। उस वक्त अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में दोनों पक्षों की ओर से 12 घंटे बहस हुई थी। जिसके बाद मोदी सरकार ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को 199 वोटों से हरा दिया था। उस समय भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 325 वोट मिले, वहीं विपक्षी गुट को प्रस्ताव के पक्ष में केवल 126 वोट मिले।