पूर्वी दिल्ली के बीजेपी संसद महेश गिरी ने एक कार्यक्रम के दौरान औरंगजेब को आतंकवादी करार दिया। बीजेपी सांसद महेश गिरी को दिल्ली के औरंगजेब रोड का नाम बदलकर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम रोड रखने के लिए वीरता का शिवाजी पुरस्कार मिला। शुक्रवार शाम (10 जनवरी ) को इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर द आर्ट्स में आयोजित कार्यक्रम में महेश गिरी को ये पुरस्कार दिया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन और पुरस्कार वितरण के लिए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को बुलाया गया था लेकिन संसद में बजट सत्र की वजह से वह कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके। इस कार्यक्रम में इरान की संसद के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर गुलाम अली हद्दाद अदेल ने भी हिस्सा लिया।
सम्मानित किए जाने के तुरंत बाद ही महेश गिरी ने कहा ''जब भी मैं उस सड़क (औरंगजेब रोड ) को देखता था, वह मुझे तकलीफ होती थी। औरंगजेब ने अपने शासन काल में हमारी संस्कृति को बर्बाद किया है, उसने कई बेगुनाहों लोगों को मारा है। ऐसे में देश की राजधानी में कैसे उसके नाम से सड़क हो सकती है। मुझे लगता था कि यह गलत है, इसलिए मैंने इसे सही करने का फैसला लिया। इसके लिए मुझे धमकी भी दी गई, लेकिन फिर भी मैंने इसका नाम बदलने के लिए प्रयास शुरू किया और फिर इसका नाम बदला गया।''
अगस्त 2015 में महेश गिरी के प्रयास के बाद इस सड़क का नाम औरंगजेब रोड बदलकर डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम दिया था। महेश गिरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर मांग की थी इस रोड का नाम बदला जाए। उन्होंने कहा था कि 'इतिहास की गलतियों को सुधारने की जरूरत है। महेश गिरी के पत्र लिखने के एक महीने के बाद 28 अगस्त 2015 को एनडीएमसी ने इस सड़क का नाम बदलकर डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम रोड रख दिया था।