दिल्ली : भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को "वायरस" कहा और कहा कि पार्टी का अल्पसंख्यक मोर्चा वह टीका है, जो इसके प्रसार को रोक सकता है । सिंह ने ये बयान शुक्रवार को मोतिहारी में अल्पसंख्यक मोर्चा की एक रैली को संबोधित करते हुए ये बातें कही ।
दरअसल राधामोहन से पहले मध्यप्रदेश के भाजपा नेता विश्वास सारंग द्वारा शुक्रवार को ओवैसी को खरी-खरी सुनाई और उन्हें चेतावनी दी कि "मोहम्मद अली जिन्ना की तरह न बने" । यह जुबानी जंग राजनीतिक माहौल में और तेज हो गई । इस हफ्ते की शुरुआत में ओवैसी तीन दिवसीय यूपी के दौरे पर उत्तरप्रदेश पहुंचे थे । एआईएमआईएम प्रमुख ने राज्य में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बनाई है ।
AIMIM ने पिछले साल के बिहार विधानसभा चुनावों में मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र से पांच सीटों - अमौर, कोचाधमन, जोकीहाट, बैसी और बहादुरगंज पर जीत हासिल की थी । इस बार उत्तरप्रदेश में भी बिहार का समीकरण ओवैसी लाना चाहते हैं । दरअसल ये कयास इसलिए भी लगाए जा रहे हैं क्योंकि 2015 में एआईएमआईएम सीमांचल क्षेत्र में सभी छह सीटों पर हार गई थी लेकिन अब स्थिति बदल गई है ।
उत्तर प्रदेश में 2022 में चुनाव होने हैं । 403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रमुख दलों में भाजपा के 309, समाजवादी पार्टी के 49, बसपा के 18 जबकि कांग्रेस के 7 विधायक हैं । ऐसे में ओवैसी भी यूपी में अपना साख जमाने की चाह में हाथ-पैर मार रहे हैं ।
ओवैसी ने अपनी एक रैली में कहा था कि यूपी में 110 विधानसभा क्षेत्रों में मुख्य अल्पसंख्यक समुदाय की आबादी 30-39 प्रतिशत है और 44 सीटों पर प्रतिशत 40-49 और 11 सीटों पर 50-65 प्रतिशत तक है । .
इस बीच बाराबंकी शहर में एक कार्यक्रम के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने और राष्ट्रीय ध्वज का अनादर करने का मामला दर्ज किया गया था । साथ ही उनपर कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने की बात भी कही गई । उनके खिलाफ दो थानों में मामला दर्ज किया गया है ।