'लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा शुरू, BJP ने किया संकल्प'
By रामदीप मिश्रा | Published: September 16, 2018 09:35 AM2018-09-16T09:35:44+5:302018-09-16T11:46:35+5:30
Ram Vilas Vedanti on construction of Ram Temple before Lok Sabha: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी कह चुके हैं कि 2019 चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा।
लखनऊ, 16 सितंबरः अयोध्या में राम मंदिर बनने की चर्चा फिर से जोर पकड़ने लगी है। इस चर्चा को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व सांसद और राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष राम विलास वेदांती ने हवा दी है। उन्होंने दावा किया है कि बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर का निर्माण शुरू करवा देगी।
उन्होंने इलाहाबाद में मिशन मोदी अगेंस्ट पीएम कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि बीजेपी ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने का संकल्प किया है। राम मंदिर का निर्माण 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले शुरू होगा। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि दो अक्टूबर से पहले सुप्रीम कोर्ट में आउट ऑफ कोर्ट सेटेलमेंट होने का हलफनामा दाखिल कर इस पर अदालत की मुहर भी लगवा ली जाएगी।
BJP has resolved to build the Ram Mandir in Ayodhya. The construction of Ram Mandir will begin before the election of 2019 takes place: Ram Vilas Vedanti, Former BJP MP & President of Ram Janambhoomi Nyas pic.twitter.com/LM1hjV43rD
— ANI UP (@ANINewsUP) September 16, 2018
आपको बता दें, इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी कह चुके हैं कि 2019 चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। उन्होंने हैदराबाद में पार्टी मीटिंग में कहा था कि राम मंदिर निर्माण में आ रही अड़चनों को चुनाव से पहले दूर किया जाएगा।
वहीं, अमित शाह के राम मंदिर से जुड़े बयान को स्पष्ट करते हुए एनआर राव ने कहा था कि बीजेपी राम मंदिर के लिए प्रतिबद्ध है। लेकिन, यह मामला इस वक्त न्यायालय में विचाराधीन है। अमित शाह ने व्यक्तिगत इच्छा जाहिर की है कि चुनाव से पहले राम मंदिर निर्माण शुरू होना चाहिए। लेकिन परिस्थितियां कोर्ट के फैसले पर निर्भर करेंगी।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट का हिस्सा व उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी कहा था कि लोगों को विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला जल्द आएगा और राम मंदिर के निर्माण की राह में मौजूदा दिक्कतें खत्म हो जाएंगी। आगे उनका कहना था कि या तो फैसला आएगा या फिर हम बातचीत के जरिये कोई रास्ता खोजेंगे।
इन सब के बावजूद उनका कहना था कि हमारे पास तीसरा विकल्प भी बचा हुआ है। तीसरा विकल्प संसद में कानून पारित करने का है। राज्यसभा में बहुमत होता तो विधेयक पारित कराकर कानून के रास्ते से मंदिर का निर्माण प्रशस्त कर देते।