देश में दो तरह की राजनीति हो रही- एक 'परिवार भक्ति' और दूसरी 'राष्ट्र भक्ति', भाजपा स्थापना दिवस पर पीएम ने विरोधियों पर साधा निशाना
By अनिल शर्मा | Published: April 6, 2022 12:23 PM2022-04-06T12:23:05+5:302022-04-06T12:41:18+5:30
भाजपा के स्थापना दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने कहा, वोट बैंक और परिवार भक्ति की राजनीति ने पिछले दशकों में देश को बहुत नुकसान पहुंचाया है। इन पार्टियों ने देश के युवाओं को आगे नहीं बढ़ने दिया और हमेशा उनके साथ धोखा किया।
नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आज अपना 42वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'हमारे देश में दशकों से कुछ राजनीतिक दलों ने सिर्फ वोट बैंक की राजनीति की और चंद लोगों से किए वादे पूरे किए जबकि ज्यादातर लोगों को भूखा रखते हुए भेदभाव, भ्रष्टाचार किए और ये सब वोट बैंक की राजनीति के दुष्परिणाम थे।
पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि 'हमारे लिए राजनीति और राष्ट्रीय नीति साथ-साथ चलती है। लेकिन यह भी सच है कि देश में अभी भी दो तरह की राजनीति चल रही है- एक परिवार के प्रति प्रेम की, दूसरी राष्ट्र के प्रति प्रेम की। विभिन्न राज्यों में कुछ राजनीतिक दल हैं जो केवल अपने-अपने परिवारों के हितों के लिए काम करते हैं। वे अलग-अलग राज्यों में हो सकते हैं लेकिन वे वंश के माध्यम से जुड़े हुए हैं।'
Two kinds of politics are going on now - one of love for family, other of love for nation. There are some political parties in different states that work only for interests of their respective families. They might be in different states but they're linked through dynasty: PM Modi pic.twitter.com/EGObwqNRfM
— ANI (@ANI) April 6, 2022
पीएम ने आगे कहा कि वोट बैंक और परिवार भक्ति की राजनीति ने पिछले दशकों में देश को बहुत नुकसान पहुंचाया है। इन पार्टियों ने देश के युवाओं को आगे नहीं बढ़ने दिया और हमेशा उनके साथ धोखा किया। मोदी ने कहा कि आज हमें गर्व होना चाहिए कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो देश को इस चुनौती से अवगत करा रही है, देश को इसके बारे में चेतावनी दे रही है।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 1980 में आज ही के दिन हुई थी। श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा 1951 में स्थापित भारतीय जन संघ से इस नयी पार्टी का जन्म हुआ। 1977 में आपातकाल की घोषणा के बाद जनसंघ का कई अन्य दलों से विलय हुआ और जनता पार्टी का उदय हुआ। पार्टी ने 1977 के आम चुनाव में कांग्रेस से सत्ता छीन ली और 1980 में जनता पार्टी को भंग करके भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी गई।