सिलचर (असम), एक अप्रैल भाजपा और एआईयूडीएफ समर्थकों के बीच झड़प होने पर बृहस्पतिवार को असम विधानसभा के उपाध्यक्ष अमीनुल हक लश्कर के अंगरक्षकों द्वारा की गई गोलीबारी में कम से कम तीन लोग घायल हो गए।
कछार की जिला उपायुक्त कीर्ति जल्ली ने “एक घटना” की पुष्टि की और कहा कि प्रशासन को सोनाई विधानसभा क्षेत्र के 463 मध्य धानेहोरी एलपी स्कूल के मतदान केंद्र से विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है।
घटना में कितने लोग घायल हुए हैं और उनकी हालत के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “सभी की हालत खतरे से बाहर है।”
असम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय से जब संपर्क किया गया तो संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी राहुल चंद्र दास ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही वे टिप्पणी करने की स्थिति में होंगे।
अधिकारियों ने कहा कि पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है और जिले के पुलिस अधीक्षक भी मौके के लिये रवाना हो गए हैं।
धानेहोरी गांव पंचायत अध्यक्ष लुत्फा बेगम के मुताबिक अपराह्न जब लश्कर ने बूथ में प्रवेश किया तो लोगों ने विरोध किया।
उन्होंने कहा, “लोगों ने आरोप लगाया कि उन्होंने मतदान में छेड़छाड़ की कोशिश की। कई लोग मौके पर पहुंच गए और लश्कर को एक कमरे में बंद कर दिया। इस वजह से स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इसके बाद लश्कर के समर्थकों और वरोधियों में झड़प शुरू हो गई।”
मौजूदा विधायक लश्कर की सोनाई में एआईयूडीएफ के करीमुद्दीन बरभुइया से सीधी टक्कर हैं। इस सीट पर दूसरे चरण में बृहस्पतिवार को मतदान हुआ।
बेगम ने कहा, “जब काफी भीड़ जुट गई और उन्होंने लश्कर से बदसलूकी की कोशिश की तो उनके अंगरक्षकों ने गोली चलाई। इसमें कम से कम तीन लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।”
उन्होंने कहा कि घायलों की पहचान शमीम अहमद चौधरी, बहरुल इस्लाम और कादर हुसैन के तौर पर हुई है।
पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) सह-राज्य पुलिस नोडल अधिकारी दीपक कुमार केडिया और कछार के पुलिस अधीक्षक भंवर लाल मीणा से बार-बार फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन कॉल काट दिया गया।
सोनाई में करीब 72 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि कछार में 72.28 प्रतिशत लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
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