बिहारः शराब की तस्करी में उतरी लड़कियां, गर्भवती होने का बहाना बनाकर पेट में बांधकर करती हैं सप्लाई
By एस पी सिन्हा | Published: January 3, 2020 06:11 PM2020-01-03T18:11:20+5:302020-01-03T18:11:20+5:30
बिहारः गिरफ्तार किए गए आरोपित नगर थाना के हरपुर गांव निवासी विपेंदर राम व मरा गांव निवासी प्रीति कुमारी तथा अंजली कुमारी बताई जाती है.
बिहार में पुलिस ने शराब तस्करी के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसके बारे में न तो पुलिस सोच सकती थी और न ही कोई आम इंसान. दरअसल, शराब की तस्करी में लगे इस रैकेट में लडकियों का इस्तेमाल हनी ट्रैप की तरह किया जा रहा है. सबसे मजेदार बत तो यह है कि लड़कियां गर्भवती होने का ड्रामा रचकर शराब की तस्करी में जुटी थीं कि तभी पुलिस को उनके सही में गर्भवती होने पर संदेह हो गया और भंडा फूट गया.
ताजा मामला गोपालगंज जिले से आया है, जहां के बंजारी मोड़ के समीप पुलिस ने एक बाइक पर सवार एक युवक व दो युवतियों को रोका. उनका पेट फूला हुआ था, जिसे देखकर पुलिस को शक हुआ तो पुलिस ने रोका और जब तलाशी ली गई तो तीनों के पेट से शराब की बोतलें बरामद की गईं. तीनों ने टेप से शराब की बोतलों को अपने पेट में बांध रखा था और उसे बेचने के लिए जा रहे थे. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
गिरफ्तार किए गए आरोपित नगर थाना के हरपुर गांव निवासी विपेंदर राम व मरा गांव निवासी प्रीति कुमारी तथा अंजली कुमारी बताई जाती है. सभी गर्भवती होने का ढोंग रचकर शराब की तस्करी में लंबे समय से लिप्त थीं. वैसे भी बिहार में शराबबंदी के बाद शराब तस्कर पुलिस से बचने के लिए नित नये तरीके अपना रहे हैं. इससे पुलिस को भी उनकी तस्करी के उद्भेदन के लिए चौकन्नी दृष्टि रखनी पड़ती है.
तस्कर शराब की बोतलें कभी आलू की बोरी में, कभी बिस्किट के कार्टन में छुपाकर तो कभी गैस सिलेंडर को काटकर उसमें भरकर लाते हैं और उसे बेचते हैं. अभी पिछले हीं दिनों गोपालगंज के बरौली प्रखंड में शराब तस्कर एक स्कॉर्पियो में शराब छुपाकर तस्करी के लिए लेकर जा रहे थे कि बीच में ही पुलिस को देखते ही ड्राइवर डर गया और स्कॉर्पियो ट्रक से टकरा गई. जिसमें बाइक सवार समेत दो की मौत हो गई थी. हादसे के बाद आसपास के लोगों ने स्कॉर्पियो में घायल लोगों को देखने आए और स्कॉर्पियो में छुपाई गई शराब पर नजर पडते ही आधे से अधिक शराब की बोतलें लूट ले गए थे.
उधर, सुपौल के सदर थाना पुलिस के थानेदार राजेश मंडल के नेतृत्व में देर रात पुलिस ने एक चमचमाती टोयटा कार से 90 लीटर विदेशी शराब बरामद किया है. इस दौरान पुलिस ने तस्करी में शामिल दो लड़कियों को भी ड्राइवर और उसके एक सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया. पुलिस की पूछताछ में तस्करों ने जो खुलासा किया है वो चौंकाने वाले हैं. गिरफ्तार लड़कियों में एक दरभंगा की रहने वाली है तो दूसरी बांका जिला की जो दिल्ली में रहकर काम करती है.
पुलिस के मुताबिक दिल्ली से तस्कर उन्हें दो हजार से पांच हजार रुपये देकर शराब से भरी कार के साथ गंतव्य स्थान तक भेजते हैं. जहां शराब की खेप उतारने के बाद ये फिर उसी कार से दिल्ली लौट जाती हैं. पुलिस को शक न हो इसके लिए शराब तस्करी का जिम्मा लड़कियों को दिया जाता था.
गाड़ी ड्राइवर ने बताया कि एक बार शराब की खेप पहुंचाने पर उसे 5 हजार रुपया मिलता है. वहीं लड़कियों को भी 2 हजार से 5 हजार रुपया दिया जाता है. पुलिस की गिरफ्त में आई लड़कियों ने भी ये बात स्वीकार की है कि उन्हें शराब की खेप पहुंचाने पर पैसा मिलता था.
एसपी मृत्युंजय चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार लड़कियां दो हजार रुपए में शराब लेकर ड्राइवर के साथ दिल्ली से सुपौल आई थीं जहां शराब की डिलीवरी की जानी थी, लेकिन पुलिस की तत्परता से इसे गिरफ्तार कर लिया गया है.