बिहार में बदलाव के अभियान में जुटे प्रशांत किशोर के कुनबे में लग रहा है सेवानिवृत्त अधिकारियों का मेला, 12 पूर्व आईपीएस अधिकारी और जुड़े
By एस पी सिन्हा | Published: May 7, 2023 02:59 PM2023-05-07T14:59:45+5:302023-05-07T15:12:14+5:30
बिहार में प्रशांत किशोर का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। उनके साथ अच्छी-खासी संख्या में पूर्व अधिकारी जुड़ रहे हैं। प्रशांत किशोर से रविवार को और12 पूर्व आईपीएस अधिकारी जुड़े हैं।
पटना: साल 2024 में लोकसभा चुनाव है, ऐसे में जन सुराज पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में उनके साथ 6 पूर्व आईएएस अधिकारी जुड़े थे। अब रविवार को 12 पूर्व आईपीएस अधिकारी जुड़े हैं। ये सभी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं और सेवानिवृत्ति से पहले सभी लालू- राबड़ी की सरकार के साथ-साथ नीतीश सरकार में भी काम कर चुके हैं।
अब यही पुलिस पदाधिकारी सेवानिवृत्ति के बाद सियासी पारी खेलने में जुट गए हैं। इस तरह चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान से जुड़ने वाले अधिकारियों की संख्या बढ़ती जा रही है।
बिहार के 12 पूर्व आईपीएस अधिकारियों ने आज पटना स्थित जन सुराज कार्यालय में सदस्यता ग्रहण की। सभी अब पीके के अभियान से जुड़कर समाज सेवा करना चाहते हैं।
शामिल होने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारियों में 1- जितेंद्र मिश्रा (समस्तीपुर)- सेवानिवृत्त, पुलिस महानिरीक्षक, 2- एस के पासवान (वैशाली)- सेवानिवृत्त, महानिदेशक, 3- के. बी सिंह (सारण)- सेवानिवृत्त, पुलिस उपमहानिरीक्षक शामिल हुए। इसके आलावा 4 -उमेश सिंह (बेगूसराय)- सेवानिवृत्त, पुलिस महानिरीक्षक, 5- अनिल सिंह (सुपौल)- सेवानिवृत्त, पुलिस उप महानिरीक्षक, 6- शिव कुमार झा (सुपौल)- सेवानिवृत्त, पुलिस उप महानिरीक्षक, 7- अशोक कुमार सिंह (सीवान)- सेवानिवृत्ति, पुलिस महानिदेशक, 8- राकेश कुमार मिश्रा (सहरसा)- सेवानिवृत्त, महानिदेशक, 9- सी पी किरण (पटना)- सेवानिवृत्त, आईपीएस, 10- मो. रहमान मोमिन (भोजपुर)- सेवानिवृत्त, आईपीएस 11- शंकर झा- सेवानिवृत्त, आईपीएस 12- दिलीप मिश्रा- सेवानिवृत्त, आईपीएस ने आज पीके के साथ जुड गए।
पीके के साथ जुड़ने वाले पूर्व रिटायर्ड आईपीएस अब पदयात्रा में भी शामिल होंगे और लोगों को जागरूक करेंगे। पीके के मुताबिक अभी और कई आईएएस और आईपीएस अधिकारी जनसुराज अभियान से जुड़ने वाले हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले ही पीके के साथ छह सेवानिवृत आईएएस अधिकारी जुडे थे।
इस दौरान उन्होंने ना सिर्फ प्रशांत किशोर की नीतियों और सिद्धांतों को आगे बढ़ाने की बात कही थी बल्कि ये भी साफ किया था कि वो सत्ता के लिए नहीं बल्कि बिहार की व्यवस्था बदलने के लिए पीके के साथ जुड़े हैं। कहा जा रहा है कि आने वाले 6 महीने में अलग-अलग क्षेत्र के 200 से ज्यादा पेशेवर लोग जिसमें सीनियर आईएएस, पत्रकार, डॉक्टर हमारे साथ जुड़ेंगे।
जानकारों के अनुसार पीके बड़े रिटायर्ड अधिकारियों को संगठन में शामिल कर ताकतवर चेहरा सामने लाना चाहते हैं। वे यह संवाद देना चाहते हैं कि उनके संगठन में पढ़े-लिखे लोगों को तरजीह दी जा रही है, क्योंकि प्रशांत किशोर तेजस्वी के कम पढ़े लिखे होने का मजाक उड़ा चुके हैं। उन्होंने कहा था- '10 वीं फेल तेजस्वी अभी शायद सिग्नेचर करना सीख रहे हैं, सीखने के बाद शायद वे 10 लाख नौकरी पर साइन करेंगे।'