Bihar: राहुल गांधी लेंगे कन्हैया कुमार की पदयात्रा में हिस्सा, लोगों से करेंगे मुलाकात
By एस पी सिन्हा | Updated: April 6, 2025 14:50 IST2025-04-06T14:49:11+5:302025-04-06T14:50:31+5:30
Bihar:बिहार में अपनी खोई जमीन तलाशने में जुटी कांग्रेस

Bihar: राहुल गांधी लेंगे कन्हैया कुमार की पदयात्रा में हिस्सा, लोगों से करेंगे मुलाकात
Bihar: बिहार में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अपनी खोई जमीन तलाशने में जुट गई है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार इन दिनों बिहार में ‘पलायन रोको- नौकरी दो’ पदयात्रा कर रहे हैं। मोतिहारी से शुरू हुआ यह पदयात्रा 7 अप्रैल को बेगूसराय पहुंचने वाला है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस यात्रा में भाग लेने 7 अप्रैल को बेगूसराय पहुंचने वाले हैं। कन्हैया के साथ करीब 2 किलोमीटर पदयात्रा कर राहुल गांधी लोगों से मुलाकात भी करेंगे और समस्याओं को लेकर बात भी करेंगे।
वहीं, बेगूसराय की यात्रा से लौटने के बाद राहुल गांधी पटना के एसकेएम हॉल में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करेंगे। बिहार की राजनीति में सरगर्मी तब बढ़ गई जब राहुल गांधी के उसी दिन बेगूसराय जाने की बात सामने आई। दरअसल जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के युवा नेता कन्हैया कुमार को सपोर्ट करने के लिए राहुल गांधी बेगूसराय तक जा रहे हैं।
कहा जा रहा है कि राहुल गांधी उसी दिन कन्हैया को पार्टी की तरफ से बिहार चुनाव से ठीक पहले लॉन्च भी करने वाले हैं। ऐसे में यह कयास लगाए जाने लगे हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में कन्हैया कुमार कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगे। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि राहुल गांधी का उन्हें संरक्षण प्राप्त है। इसके साथ हीं पार्टी ने बिहार में कई बदलाव किए हैं।
पार्टी ने अपने प्रदेश प्रभारी से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक को बदल दिया। इतना ही नहीं 40 जिलाध्यक्षों को दिल्ली बुलाकर यह जिम्मेवारी सौंपी गई है कि उम्मीदवारों के जीत हार की जिम्मेदारी उनके कंधों पर ही होगी। उम्मीदवारों की हार मतलब जिलाध्यक्ष से चलता। इस साल राहुल गांधी का बिहार में ये तीसरा दौरा होगा। राहुल गांधी के बेगूसराय आने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश हाई है।
शहर में जगह-जगह राहुल के स्वागत के पोस्टर लगाए गए हैं। अब देखना होगा कि राहुल गांधी और कन्हैया कुमार की यह जोड़ी बिहार में कांग्रेस के लिए नई कहानी लिख पाती है या नहीं। राहुल गांधी के बिहार दौरे से कई सियासी संदेश भी निकल रहे हैं। एक तो यह कि कांग्रेस इस बार बिहार में अपने आप को मजबूत करने की पुरजोर कोशिश कर रही है।
माना जाता है कि राजद नेता तेजस्वी यादव कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को आगे बढ़ते नहीं देखना चाहते। लेकिन इसके बाद भी राहुल गांधी का कन्हैया की पदयात्रा में शामिल होना, यह स्पष्ट संदेश है कि कांग्रेस पूरी ताकत से चुनाव लडे़गी। राहुल की इस यात्रा से कांग्रेस संगठन को भी मजबूती मिलेगी। शायद यही कारण है कि कांग्रेस बिहार में महागठबंधन में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अपना पत्ता नही खोलना चाहती है।
कांग्रेस नेताओं का एक ही जवाब मिलता है, समय पर सब पता चल जायेगा। ऐसे में यह भी कयास लगाए जाने लगे हैं कि संभव है कि कांग्रेस कन्हैया कुमार को तेजस्वी यादव की तुलना में खडा न कर दे। कांग्रेस के थिंक टैंक का मानना है कि पार्टी के लिए बिहार में अपने पैरों पर खड़ा होने की जरूरत है और इसके लिए कोशिश भी जारी है। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम का कहना है कि उन्हें प्रदेश का अध्यक्ष बनाया गया है तो वह काम कर रहे हैं।
वैसे ही कन्हैया कुमार भी बिहार में पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। वह संगठन के लिए काम कर रहे हैं। राजेश राम का कहना है कि मीडिया हमेशा यह कहती रहती थी कि कांग्रेस पार्टी बिहार में बहुत कमजोर हो गई है। संगठन का स्ट्रक्चर मजबूत नहीं है। यही कारण है कि पार्टी अब संगठन को मजबूत करने में जुट गई है। पार्टी का उद्देश्य है कि कम समय में पार्टी को मजबूत किया जाए।