सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड?, जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा- गार्जियन लालू यादव और तेजस्वी पटना में नहीं, आधी रात में सामान शिफ्ट करने का आदेश किसने दिया?
By एस पी सिन्हा | Updated: December 27, 2025 17:17 IST2025-12-27T17:16:18+5:302025-12-27T17:17:15+5:30
राबड़ी देवी को आवास खाली करने के लिए पहले ही नोटिस दे दिया गया था। तहखाना हैं क्या उसमें?

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पटनाः पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के द्वारा सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड से आधी रात में सामान शिफ्ट होने की खबर के बाद बिहार की राजनीति गर्मा गई है। जैसे ही गमलों और अन्य सामान से भरी गाड़ियां आवास से निकलती दिखीं, सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। इस पूरे मामले को लेकर जदयू और राजद आमने-सामने आ गए हैं। जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने इस घटना पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब घर के गार्जियन लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव दोनों उस समय पटना में मौजूद नहीं थे।
तो आधी रात में सामान शिफ्ट करने का आदेश आखिर किसने दिया? उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी को आवास खाली करने के लिए पहले ही नोटिस दे दिया गया था। तहखाना हैं क्या उसमें? मुझे लगता है कि गुप्त डॉक्युमेंट है उसमें, जिस कारण मोह नहीं छूट रहा। इसलिए हम सरकार से अनुरोध करेंगे कि सरकारी संसाधन, वहां लगे हुए साजो-सामान सभी का लिस्ट बनाकर रखें।
नीरज कुमार ने कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि मकान खाली करने के बहाने सरकारी सामान को ले जाकर महुआबाग में शिफ्ट कर दें, भ्रष्टाचार के किला में। सरकार की संपत्ति हैं, गरीबों के टैक्स का पैसा है, उस टैक्स को किसी को ले जाने का अधिकार नहीं है। अब माया छोड़िए लालू जी, पटना में आपका 43 बीघा जमीन है, जहां मन करें वहीं बस जाइएगा।
वैसे 39 नंबर, हार्डिंग रोड भी आपकी पत्नी के नाम पर आवंटित है। नीरज कुमार ने आशंका जताते हुए कहा कि क्या यह वही संपत्ति तो नहीं है, जो उनके शासनकाल में हुए कथित घोटालों से अर्जित की गई हो। उन्होंने सवाल किया कि क्या जमीन के कागजात, सोना-चांदी या अन्य कीमती सामान किसी तहखाने में छुपाकर रखा गया था, जिसे अब वहां से हटाया जा रहा है।
उन्होंने सरकार से मांग की है कि जब राबड़ी आवास पूरी तरह खाली हो जाए, तो उसके कुछ हिस्सों की खुदाई कराई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने यह भी कहा कि एक महीने पहले नोटिस मिलने के बावजूद आवास अब तक खाली क्यों नहीं किया गया? साथ ही चेतावनी दी कि अगर सरकारी आवास को किसी भी तरह का नुकसान हुआ, तो भवन निर्माण विभाग सख्त कार्रवाई करेगा।
दूसरी ओर, जदयू द्वारा तहखाने और गुप्त संपत्ति की बात कहे जाने पर राजद ने कड़ा एतराज जताया है राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सरकार पर जासूसी कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि 202 सीटों का जनादेश मिलने के बावजूद एनडीए पूरी तरह बौखलाई हुई है। सत्ता में आने के बाद सरकार जनता की समस्याओं को छोड़कर विपक्षी नेताओं के घरों की निगरानी में लगी है।
उन्होंने कहा कि बड़े बंगले में और भी लोग अनाधिकृत तौर पर रह रहे हैं, उस पर चर्चा क्यों नहीं हो रही है? कुछ लोग तहखाना की बात कर रहे हैं। डेट निर्धारित कर सरकारी आदेश निकाल लीजिए, जांच करवा लीजिए। आपको शपथ लेना पड़ेगा कुछ नहीं निकला तो राजनीतिक जीवन से संन्यास और इस्तीफा देना। गलत खबर चलाकर इमेज को डेड करने से कुछ होने वाला नहीं है।
सत्ता चलाइये, 200,000 रुपया महिलाओं को दीजिए। किसी के निजी जीवन में ताक-झांक करके जो परसेप्शन क्रिएट कर रहे हैं वो चीज नहीं होना चाहिए। वहीं, कांग्रेस ने भी जदयू के बयान पर सत्ता पक्ष पर हमला बोला है। कांग्रेस प्रवक्ता स्नेहाशीष वर्धन ने कहा कि राबड़ी देवी को सरकार ने बंगला खाली करने का आदेश दिया अगर वह काम कर रही हैं तो ऐसे में सट्टा रोड दल के प्रवक्ता के पेट में लगातार दर्द हो रहा है। प्रमाण दीजिए अगर मगर की बात क्यों कर रहे हैं? पूरी तरीके से यह लोग हमलावर इसलिए हैं कि सरकार की आक्रमान्यता ना दिखे।
चुनाव के समय जो वादा किया गया उसे वह मुंह चुराने के लिए इस तरह की बातें कर रहे हैं।उधर, भाजपा ने जदयू के बयान का समर्थन किया. भाजपा प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार कुमार का बयान बहुत कुछ उजागर करता है। सवाल यह है कि अगर सब कुछ साफ है तो रात के अंधेरे में शिफ्टिंग क्यों हो रही है?
तहखाना है या तिजोरी राजद के शासनकाल में क्या-क्या छुपाया गया है यह, पूरा बिहार जानना चाहती है। जिन लोगों ने सत्ता को जेब में रखा वह लोग आज कानून के डर के साए में जी रहे हैं। जांच होगी तो सब कुछ सामने आएगा। बता दें कि राबड़ी देवी के सरकारी आवास से सामान शिफ्ट करने की प्रक्रिया गुरुवार देर रात शुरू हुई।
रात के दौरान 4 से 5 छोटी गाड़ियां 10 सर्कुलर रोड पहुंचीं और वहां से सामान गोला रोड स्थित गौशाला में ले जाया गया। करीब 20 साल बाद लालू परिवार को यह सरकारी आवास खाली करने का नोटिस मिला है। 25 नवंबर को बिहार भवन निर्माण विभाग ने नोटिस जारी कर राबड़ी देवी को आवास खाली करने का आदेश दिया था। विभाग की ओर से कहा गया है कि बिहार विधान परिषद में नेता विपक्ष के लिए आवास संख्या 39, हार्डिंग रोड अलॉट किया गया है।