बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) ने सोमवार को एक पोस्टर जारी किया था। इस पोस्टर के एक हिस्से में नीतीश कुमार की चिंतन मुद्रा वाली तस्वीर थी।साथ ही लिखा था, 'क्यूं करें विचार, जब ठीके है नीतीश कुमार'।
इसके बाद अब मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने इस पोस्टर का जवाब देते हुए नया पोस्टर जारी किया है। आरजेडी कार्यालय के बाहर लगाए इस पोस्टर में चमकी बुखार और क्राइम के बढ़ते ग्राफ को दिखाया गया है। सीके साथ ही इसपर लिखा है कि 'क्यों न करें विचार, जब बिहार है बीमार'।
बता दें कि बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टियों ने अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं, राजनीतिक हल्के में इस स्लोगन की व्याख्या अलग-अलग एंगल से शुरू हो गई है।
यह पोस्टर वॉर कोई पहली बार नहीं है। नीतीश कुमार को केंद्र में रख जेडीयू द्वारा तैयार किया गया स्लोगन पिछले विधानसभा चुनाव में खूब चर्चित हुआ था। तब पहली बार बिहार में बातचीत की शैली को इस स्लोगन में शामिल किया गया था- 'बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार है।'
जेडीयू के नए स्लोगन पर राजद ने चुटकी ली है। पार्टी के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि आज के हालात के मुताबिक पार्टी ने नीतीश कुमार के लिए सही स्लोगन रखा है। जिस तरह से कानून व्यवस्था की स्थिति चरमराई है, सूबे में खुलेआम एके- 47 मिल रहे हैं, जनता समझ गई है हमारे मुख्यमंत्री कामचलाऊ हैं। 2020 में जनता सब ठीक कर देगी।