नए गठन को चलाने में तेजस्वी अहम भूमिका निभाएंगे, प्रशांत किशोर ने कहा- 10 साल में छठी बार ये सरकार बनाई जा रही है
By अनिल शर्मा | Published: August 10, 2022 01:32 PM2022-08-10T13:32:36+5:302022-08-10T13:43:09+5:30
प्रशांत किशोर ने कहा , बिहार में जो कल हुआ या जो हो रहा है। मैं उसे 2012-13 से बिहार में जो राजनीतिक अस्थिरता का दौर शुरू हुआ है उस परिपेक्ष्य में देखता हूं।
पटनाः बिहार के मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा है कि तेजस्वी यादवबिहार में सबसे बड़ी पार्टी के नेता हैं। जदयू के भाजपा के साथ नाता तोड़ने और महागठबंधन में फिर से लौटने को लेकर कहा कि तेजस्वी संभवत: वे इस नए गठन को चलाने में अहम भूमिका निभाएंगे। जनता देख सकेगी कि वह इस नई सरकार में कैसे काम करता है।
प्रशांत किशोर ने कहा , बिहार में जो कल हुआ या जो हो रहा है। मैं उसे 2012-13 से बिहार में जो राजनीतिक अस्थिरता का दौर शुरू हुआ है उस परिपेक्ष्य में देखता हूं। 10 साल में ये छठी बार सरकार बनाई जा रही है। मेरी आशा है कि कम से कम अब राज्य में राजनीतिक स्थिरता लौटे।
जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार आज दोपहर आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। बिहार के राज्यपाल फागू चौहान दोपहर करीब दो बजे राजभवन में आयोजित एक समारोह में कुमार (71) को पद की शपथ दिलाएंगे। वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव दूसरी बार उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे और सत्ता में वापसी करेंगे। राजद, उस महागठबंधन का नेतृत्व कर रही है, जिसने मंगलवार को कुमार को अपना नेता चुना था।
माना जा रहा है था कि केवल नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ही शपथ लेंगे, हालांकि बहुदलीय महागठबंधन से जुड़े एक सूत्र ने ‘‘तीन से पांच’’ मंत्रियों के शपथ ग्रहण करने के संकेत दिए हैं। जदयू और राजद के अलावा नए मंत्रिमंडल में कांग्रेस के नेताओं के भी शामिल होने की उम्मीद है।
वहीं वामपंथी दलों भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने बाहर से नई सरकार का समर्थन करने का इरादा व्यक्त किया है। नीतीश ने मंगलवार को इस्तीफा देने और महागठबंधन के समर्थन से नई सरकार बनाने का दावा पेश करने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता से बेदखल हो गई।