JDU नेता ने कहा- आरक्षण के साथ खिलवाड़ करने से दिल टूटेगा, दिल टूटेगा तो देश टूटेगा..सड़कों पर बहेगा खून
By एस पी सिन्हा | Published: August 21, 2019 09:03 PM2019-08-21T21:03:20+5:302019-08-21T21:03:20+5:30
बिहार की राजनीति में आरजेडी-जेडीयू ने मिलकर सरकार बनाया। बाद में जेडीयू ने गठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाया। उस दौरान दोनों ही दलों ने एक दूसरे पर कई आरोप प्रत्यारोप लगाए लेकिन अब आरक्षण के मुद्दे पर एक बार फिर नीतीश की पार्टी आरजेडी के सुर में सुर मिलाती हुई दिख रही है...
आरक्षण को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर बिहार में राजनीति गर्म हो गई है. खास बात यह है कि इस मुद्दे पर एनडीए में मतभेद उजागर हो गया है. एनडीए में भाजपा के सहयोगी जेडीयू ने मोहन भागवत के बयान के विरोध में विपक्षी महागठबंधन व उसके प्रमुख घटक आरजेडी के साथ सुर मिलाया है. जेडीयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री श्याम रजक ने इस मसले पर कहा है कि अगर आरक्षण के साथ कोई छेडछाड होती है तो सडकों पर खून बहेगा.
श्याम रजक ने कहा कि अगर कोई आरक्षण के साथ खिलवाड़ करते है तो इससे दिल टूटेगा. अगर दिल टूटेगा तो देश टूटेगा. मजबूरी में दलित वर्ग क्या करेगा...सड़क पर खून बहेगा. दलित और शोषित वर्ग अपना खून बहा देगा. यहां बता दें कि अपने इस बयान से चंद घंटे पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी जेडीयू नेता ने आरएसएस को आरक्षण पर चर्चा बंद करने की नसीहत दी थी.
उन्होंने कहा था आरक्षण पर जब भी चर्चा की बात होती है देश का दलित शंका में आ जाता है. इसलिए इस पर लोगों को किसी भी तरह की चर्चा बंद कर देनी चाहिए. श्याम रजक ने सवाल उठाते हुए कहा कि आरक्षण दलितों के लिए था, लेकिन फायदा किन्हें मिल रहा है? उन्होंने कहा कि जो संगठन के लोग आरक्षण की बात करते हैं, उस संगठन में कितने लोग आरक्षित (वर्ग से) हैं? यह भी तो साफ कीजिए. जब नीयत ही साफ नहीं है तो इस तरह की चर्चा बंद कीजिए.
हालांकि, भाजपा ने श्याम रजक के बयान पर सधी प्रतिक्रिया दी है. बिहार सरकार में मंत्री और भाजपा नेता सुरेश शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस बात को दोहराया है कि आरक्षण रहेगा. उन्होंने कहा कि आरएसएस प्रवक्ता ने भी स्पष्ट कर दिया है फिर भी इसे लोग इसे राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं. इस बात में कोई दम नहीं है.
यहां उल्लेखनीय है कि मोहन भागवत के बयान पर जेडीयू और आरजेडी के सुर एक जैसे हैं और दोनों ही दल मोहन भागवत पर हमलावर हैं. पटना लौटने के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मोहन भागवत के बयान पर कहा कि देश में आरक्षण खत्म करने की साजिश की जा रही है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने पहले भी आरएसएस के एजेंडे का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि आरक्षण के साथ जो खेलेगा उसके लिए खतरा होगा. यहां बता दें कि आरक्षण वही मुद्दा है, जिसने वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ा असर डाला था और इसी आधार पर आरजेडी की सत्ता में वापसी हुई थी.