Bihar Politics News: 15 साल के शासन में बिहार में अपहरण का उद्योग चला?, केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने लालू-राबड़ी शासनकाल पर किया हमला, सीवान के स्वतंत्रता सेनानी शहाबुद्दीन कौन थे?
By एस पी सिन्हा | Updated: January 24, 2025 15:31 IST2025-01-24T15:28:27+5:302025-01-24T15:31:09+5:30
Bihar Politics News: अपराधियों को राजनीति में लाने के राजद के इतिहास की ओर रहा। उन्होंने कहा सीवान के स्वतंत्रता सेनानी (शहाबुद्दीन) कौन थे?

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पटनाः केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने मोकामा गोलीकांड पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मोकामा गोलीकांड हो या कानून व्यवस्था से जुड़ा कोई भी मामला, बिहार में पुलिस अपने हिसाब से सबके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। कानून के खिलाफ जाने वालों पर पुलिस की कार्रवाई बिहार में होती है। उन्होंने तेजस्वी यादव को उनके पिता लालू यादव और मां राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री रहते बिहार में बिगड़ी कानून व्यवस्था की याद दिलाते हुए कहा कि लालू-राबड़ी के 15 साल के शासन में बिहार में अपहरण का उद्योग चला। ललन सिंह ने लालू यादव पर तंज कसते हुए कहा कि वे तो स्वतंत्रता सेनानियों को टिकट देते रहे हैं। उनका इशारा अपराधियों को राजनीति में लाने के राजद के इतिहास की ओर रहा। उन्होंने कहा सीवान के स्वतंत्रता सेनानी (शहाबुद्दीन) कौन थे?
इस बार के लोकसभा चुनाव में मुंगेर से राजद ने किस स्वतंत्रता सेनानी (अशोक महतो) को मेरे खिलाफ टिकट दिया जो वर्षों से जेल में था। ऐसे लोगों को राजनीति में लाने वाले तेजस्वी यादव की आदत सिर्फ बोलने की रह गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के द्वारा पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू-मोनू को ललन सिंह का आदमी बताए जाने पर आड़े हाथों लेते हुए ललन सिंह ने कहा कि वह इलाका हमारे लोकसभा का हिस्सा है। वहां क्या हो रहा है और नहीं हो रहा है? हमने इसकी जानकारी ली है। इसको लेकर पुलिस की टीम अपना काम कर रही है।
ऐसे में जो लोग कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, उनसे मेरा सवाल यही है कि अनंत सिंह को टिकट किसने दिया था? वह खुद बताएं कि उन्होंने टिकट दिया था कि हमने टिकट दिया था। इतना ही नहीं उनकी पत्नी को किसने टिकट दिया था? इसलिए उनको बोलने का हक नहीं है। बता दें कि सोनू-मोनू दो भाई हैं जो ईंट-भट्ठे का कारोबार करते हैं।
मुकेश सिंह इन्हीं के भट्टे में मुंशी का काम करता था। कुछ समय पहले इन दोनों भाइयों का मुकेश सिंह के साथ किसी बात पर विवाद हो गया था। इस विवाद के बाद सोनू-मोनू ने मुकेश सिंह के घर में मारपीट की और ताला लगा दिया। वहीं, इस मामले में पूर्व विधायक अनंत सिंह ने एंट्री मारी।
मुकेश सिंह की मदद के लिए बुधवार को अनंत सिंह जलालपुर के नौरंगा गांव में पहुंचे। यहां उन्होंने मुकेश सिंह के घर पर बंद किए गए ताले को खुलवाया। इसी मामले के तहत बुधवार को अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच काफी मुठभेड़ हुई। दोनों के बीच 70 से 80 राउंड गोलियां चलाई गईं।
इस हमले में अनंत सिंह के एक समर्थक को गोली लग गई, वहीं खुद अनंत सिंह बाल-बाल बचे थे। इस मामले में पुलिस ने अनंत सिंह और सोनू-मोनू के खिलाफ कुल 3 प्राथमिकी दर्ज की हैं। इसके बाद सोनू ने पुलिस के सामने तो अनंत सिंह ने आज कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है।