Bihar political crisis Live: 2020 फॉर्मूले पर जदयू-भाजपा सरकार बनने की संभावना, राजद के तरफ से मांझी को मुख्यमंत्री बनाने का ऑफर, 4 विधायक के साथ किंगमेकर बने!
By एस पी सिन्हा | Updated: January 27, 2024 16:13 IST2024-01-27T16:11:34+5:302024-01-27T16:13:10+5:30
Bihar political crisis Live: जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा(हम) की भूमिका अहम हो गई है। मांझी की पार्टी के चार विधायक हैं और महागठबंधन या एनडीए दोनों को उनके समर्थन की जरूरत है।

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Bihar political crisis Live: बिहार में तेजी से बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम का पटाक्षेप जल्द होने वाला है। रविवार को 2020 के फॉर्मूले पर जदयू और भाजपा की सरकार बनने की संभावना है। इसबीच राजद के तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को बड़ा ऑफर दिया गया है। राजद के तरफ से मांझी को मुख्यमंत्री बनाने का ऑफर दिया गया है। इसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भागे-भागे जीतन राम मांझी से मिलने पहुचे। इसका कारण यह है कि जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा(हम) की भूमिका अहम हो गई है। मांझी की पार्टी के चार विधायक हैं और महागठबंधन या एनडीए दोनों को उनके समर्थन की जरूरत है।
हालांकि, ‘हम’ ने साफ कर दिया है कि वह एनडीए के साथ है, फिर भी लालू यादव हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि मांझी की पार्टी को साथ लेकर नीतीश कुमार के ‘मुख्यमंत्री’ बनने के दांव को फेल कर दिया जाए। वहीं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की सियासी चालों के बीच भाजपा ने भी मोर्चाबंदी शुरू कर दी है।
सूत्रों के मुताबिक, जीतन राम मांझी और सम्राट चौधरी के बीच हुई बातचीत के दौरान हम पार्टी के चारों विधायक भी मौजूद थे। दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई। दो दिन पहले गुरुवार रात को केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने भी हम पार्टी के प्रमुख से मुलाकात की थी। दरसल, आंकड़ों के खेल में जीतन राम मांझी का रोल बेहद अहम हो गया है।
उनकी पार्टी के चार विधायक हैं और लालू यादव की तरफ से महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया गया है। इसके तहत उनके बेटे को उपमुख्यमंत्री पद की पेशकश की गई थी। हालांकि, हम पार्टी ने ऐसी खबरों को महज अफवाह बताया है। लेकिन भाजपा नेताओं की मुलाकात से साफ है कि जैसा दिख रहा है, वैसा सबकुछ है नहीं।
बता दें कि जदयू के बगैर महागठबंधन के पास 114 विधायकों का समर्थन है। ऐसे में 122 के मैजिक नंबर को हासिल करने के लिए आठ और विधायकों की दरकार है। हम के चार विधायकों का साथ मिल जाए तो भाजपा और जदयू पर दबाव बढ़ जाएगा। मौजूदा सत्ता समीकरणों के हिसाब से भाजपा (78), जदयू (45) और हम (4) के गठबंधन के पास 127 विधायकों का समर्थन है।
उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव ने कहा है कि आसानी से तख्तापलट नहीं होने देंगे और इतनी आसानी से दोबारा ताजपोशी नहीं होने देंगे। अगर जरूरत होगी तो दलित को भी मुख्यमंत्री बनाएंगे। उसके बाद सम्राट चौधरी मांझी से मिलने पहुंचे और उन्हें भरोसा दिलाया गया है कि आप हमारे साथ रहिए आपको उचित जगह दी जाएगी।