Bihar Police Rat: चूहे आतंक से आतंकित हैं पुलिसकर्मी, शराब पीने के बाद फाइलों को किया तहस-नहस, 18 जिलों के 96 थानों में रखी फाइलों को कुतरा
By एस पी सिन्हा | Updated: September 3, 2024 17:54 IST2024-09-03T17:52:21+5:302024-09-03T17:54:25+5:30
Bihar Police Rat: भवन के अभाव में चूहों ने फाइलों को कुतर दिया। सीमांचल के पुलिस थानों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।

सांकेतिक फोटो
Bihar Police Rat: बिहार में अपराधियों पर धौंस जमाने वाली पुलिस इन दिनों चूहों के खौफ से त्रस्त दिख रही है। चूहे पुलिस वालों के नाकों में दम करवा दिया है। हालांकि बिहार में चूहे कभी बांध कुतर देते हैं, तो कभी थानों में रखे शराब पी जाते हैं। चूहे कभी एफसीआई और एफएफसी के गोदामों में रखे करोड़ों के अनाज को हजम कर जाते हैं। लेकिन अब पुलिस के पहरा में रहने वाले फाइलों को चूहों ने कुतरकर उनकी हेकडी ढीली कर दी है। चूहों के आतंक से बिहार पुलिस की नींद उड़ गई है। चूहों ने बिहार के 18 जिलों में 96 थानों में रखी फाइलों को कुतर दिया है। वहीं फाइलों की दुर्गति को देख पुलिसकर्मियों ने भी माथा पकड़ लिया है। दरअसल, पिछले दिनों जब थानों में केस फाइल इंडेक्स बनाने के काम शुरू हुआ तो इसका खुलासा हुआ है।
साल 2013 के बाद से हुए हर केस की मॉनिटरिंग सीधे हाई कोर्ट द्वारा की जा रही है। ऐसे में कई केस में रिपोर्ट भी थाना स्तर से तलब की जा रही है। इसमें फाइल नहीं मिलने और चूहों द्वारा कुतर दिए जाने की बात भी सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि भवन के अभाव में चूहों ने फाइलों को कुतर दिया। सीमांचल के पुलिस थानों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
भागलपुर, नवगछिया पुलिस जिला, बांका, मुंगेर, पूर्णिया, अररिया, कटिहार, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, बेगूसराय, खगड़िया, जमुई, लखीसराय, मधुबनी, दरभंगा और समस्तीपुर। इन जिलों के थानों में चूहों ने कई फाइलों को कुतर दी है। वहीं कोसी के कई ऐसे थाने हैं जहां बाढ़ का भय बना रहता है।
बिहार में सिर्फ पूर्णिया पुलिस कार्यालय ही आईएसओ से सर्टिफाइड है। किशनगंज के एक जर्जर थाना के भवन से फाइल ढूंढ़ने के दौरान एक महिला पुलिसकर्मी को सांप ने डस लिया था, जिससे उनकी मौत हो गई। वहीं पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी थाना में सीसीटीएन के तहत सीसीटीवी समेत अन्य बुनियादी बातों को दुरुस्त करने का काम लगातार किया जा रहा है।
कई ऐसे थाने हैं जहां पर पुरानी फाइलों को रखने की कोई व्यवस्था नहीं है। भागलपुर जिले के कई थानों के भवन की स्थिति काफी जर्जर है। पुलिस लाइन में 200 से अधिक सिपाही बरामदा में तिरपाल टांग कर रह रहे हैं। कुछ थानों से भवनों की स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण फाइलों के चूहों के कुतरने और बारिश के पानी में क्षति होने की सूचना मिली है। भागलपुर के डीआईजी विवेकानंद ने कहा कि एसपी के माध्यम से जर्जर थाने के भवन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।