राजद की बागडोर संभालने को लेकर लालू परिवार में तकरार! तेजप्रताप नही चाहते तेजस्वी बने राष्ट्रीय अध्यक्ष
By एस पी सिन्हा | Published: February 4, 2022 05:08 PM2022-02-04T17:08:15+5:302022-02-04T17:08:15+5:30
बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की मुश्किलें फिलहाल कम होती नजर नहीं आ रही हैं। आरजेडी का भविष्य क्या होगा, इसकी बागडोर किसके हाथ में होगी, इसे लेकर असमंजस जारी है।
पटना: राजद में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर लालू परिवार में तनातनी की स्थिती बनती जा रही है. लालू के बड़े लाल तेजप्रताप यादव अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष नही बनते नही देखना चाहते हैं. तेज प्रताप ने तेजस्वी के अध्यक्ष बनने की संभावना को खारिज करते हुए कहा है कि उनके पिता पहले से ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उन्होंने शुरू से ही संगठन को बहुत अच्छी तरह से चलाया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष वही हैं और वही रहेंगे.
दरअसल, तेजप्रताप का बयान राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव से जुडा है, जिसमें तेजस्वी की ताजपोशी होना लगभग तय माना जा रहा है. तेज प्रताप ने लेकिन स्पष्ट किया है अभी तेजस्वी को अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा.
10 फरवरी को तेजस्वी यादव को बनाया जा सकता है राष्ट्रीय अध्यक्ष
सूत्रों के अनुसार 10 फरवरी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पटना में होने वाली बैठक में तेजस्वी यादव को राष्ट्रिय अध्यक्ष बनाने का फैसला हो सकता है. इस बैठक में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव स्वयं भी आ सकते हैं. स्वास्थ्य को देखते हुए वे वर्चुअल तरीके से भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं.
साथ ही बता दें रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत राजद प्रमुख लालू प्रयाद यादव को इसी 15 फरवरी को चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले में सजा सुनाने वाली है. सजा सुनने के लिए उन्हें व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में हाजिर रहने के लिए कहा गया है.
यह वही घोटाला का मामला है, जिसमें रांची के डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड रुपये की अवैध निकासी की गई थी. अदालत में मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है. बस सजा सुनाने की औपचारिकता बाकी है. काननू के जानकारों की मानें तो लालू प्रसाद यादव को सजा होना तय माना जा रहा है. ऐसा इसलिए कि चारा घोटाला के अन्य चार मामलों में अदालत उनको सजा सुना चुकी है.
राजद के भविष्य को देखते हुए तेजस्वी की ताजपोशी तय?
लालू के बाद राजद का भविष्य क्या होगा? लोग अभी से इस गुणा-भाग में जुट गए हैं. बिहार और झारखंड में राजद के नेता और कार्यकर्ता भी इस समय इसी तरह की चर्चाएं करते नजर आ रहे हैं. यहां तक की लालू प्रयाद यादव के घर-परिवार में भी इस तरह की चर्चाएं चलने का दावा किया जा रहा है.
ऐसी स्थिती में सूत्रों का कहना है कि लालू यादव अब खुद चाहते हैं कि राजद की बागडोर तेजस्वी संभालें. सूत्रों के अनुसार पार्टी की बागडोर किसके हाथ में हो, इसको लेकर दोनों भाइयों के बीच अंदरखाने तकरार है. हालांकि तेजप्रताप हमेशा यह भी कहते आए हैं कि तेजस्वी उनके अर्जुन हैं और वे खुद को कृष्ण बताते हैं. लेकिन अभी वह राजद की बागडोर तेजस्वी के हांथ में जाने देना नही चाहते हैं.