राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी में बगावत?, उपेंद्र कुशवाहा ने बेटे दीपक प्रकाश को बनाया मंत्री, विधायक रामेश्वर महतो खफा और सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
By एस पी सिन्हा | Updated: December 12, 2025 15:59 IST2025-12-12T15:59:06+5:302025-12-12T15:59:57+5:30
उपेंद्र कुशवाहा का राजनीतिक करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है और अब विधायक की नाराजगी ने नए विवाद की संभावना पैदा कर दी है।

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पटनाः उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी (रालोमो) में बगावत की चिंगारी दिखाई देने लगी है। पार्टी के विधायक रामेश्वर महतो ने सोशल मीडिया पोस्ट में नेतृत्व और नीतियों पर अप्रत्यक्ष रूप से सवाल उठाए हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि पार्टी के भीतर असंतोष बढ़ रहा है। रामेश्वर महतो के द्वारा किए गए पोस्ट ने संगठन के भीतर नाराजगी और असंतोष की ओर इशारा कर दिया है। चर्चाएं तेज हैं कि रामेश्वर महतो मंत्री नहीं बनाए जाने से बेहद खफा हैं। दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा अपने बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनवाने में सफल रहे।
इसी को लेकर भीतर खाने लंबे समय से सवाल उठ रहे थे और अब विधायक का पोस्ट इन अटकलों को और मजबूत करता दिख रहा है। रामेश्वर महतो ने अपने फेसबुक पर लिखा है कि राजनीति में सफलता केवल भाषणों से नहीं, बल्कि सच्ची नीयत और दृढ़ नीति से मिलती है। जब नेतृत्व की नीयत धुंधली हो जाए और नीतियाँ जनहित से अधिक स्वार्थ की दिशा में मुड़ने लगें,
तब जनता को ज्यादा दिनों तक भ्रमित नहीं रखा जा सकता। आज का नागरिक जागरूक है- वह हर कदम, हर निर्णय और हर इरादे को बारीकी से परखता है। उनके इस बयान ने रालोमो खेमे में हलचल मचा दी है, क्योंकि पोस्ट में “नेतृत्व की नीयत धुंधली होने” और “स्वार्थ की दिशा में मुड़ने” जैसे शब्द सीधे तौर पर नेतृत्व पर सवाल उठाते हैं।
सियासी हलकों में इसे उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, रामेश्वर महतो लगातार उम्मीद कर रहे थे कि उपेंद्र कुशवाहा उन्हें मंत्री पद के लिए आगे बढ़ाएंगे, लेकिन इसके बजाय कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनाया गया। इसके बाद से ही रामेश्वर महतो असहज और नाराज बताए जा रहे हैं।
रालोमो में पहले से ही परिवारवाद को लेकर सवाल उठते रहे हैं। लेकिन अब विधायक के पोस्ट से यह साफ हो गया है कि पार्टी के भीतर असंतोष खुलकर सतह पर आ चुका है। फिलहाल पार्टी की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विधायक महतो के पोस्ट ने संगठन को नई सियासी मुश्किल में डाल दिया है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह बयान सीधे तौर पर उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधता है। बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा का राजनीतिक करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है और अब उनके ही विधायक की नाराजगी ने पार्टी में नए विवाद की संभावना पैदा कर दी है। फिलहाल पार्टी की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।