लोकसभा चुनावों के ऐन पहले कीर्ति आजाद और शत्रुघ्न सिन्हा छोड़ेंगे बीजेपी, बनेंगे महागठबंधन के स्टार प्रचारक!
By हरीश गुप्ता | Updated: January 11, 2019 14:52 IST
महागठबंधन एक नजर दल सीटें राजद 19 कांग्रेस 11 रालोसपा 6 हम (मांझी) 2 शरद यादव 1 (जदयू, भाजपा से कोई नेता आया तो उसे कांग्रेस या राजद के कोटे से सीट दी जाएगी)
लोकसभा चुनावों के ऐन पहले कीर्ति आजाद और शत्रुघ्न सिन्हा छोड़ेंगे बीजेपी, बनेंगे महागठबंधन के स्टार प्रचारक!
महाराष्ट्र में राकांपा के साथ हाथ मिलाने के बाद आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति को धार देते हुए कांग्रेस ने बिहार में राजद के साथ गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया है. उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस-राजद सहित विपक्षी महागठबंधन के दलों के बीच इस बात पर सहमति हो गई है कि राज्य की 40 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के चयन का इकलौता मकसद भाजपा-जदयू-लोजपा गठबंधन को चारों खाने चित्त करना होगा.
फैसले का आधिकारिक ऐलान 15-16 जनवरी के बाद किए जाने की संभावना है. दिल्ली, पटना और लालू प्रसाद यादव की मौजूदगी वाली रांची जेल में चले बैठकों के दौर के बाद महागठबंधन को अंतिम रूप दिया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य अखिलेश प्रसाद सिंह ने सभी दलों के बीच समन्वय साधने का काम किया.
रालोसपा के उपेंद्र कुशवाहा को विपक्षी गठबंधन में लाने में उनकी ही अहम भूमिका बताई जा रही है. अखिलेश ही कुशवाहा को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के पास लेकर गए थे. कुशवाहा की लालू के साथ रांची जेल में बैठक भी उन्होंने ही कराई.
कांग्रेस को 11 सीट
कांग्रेस वैसे तो 12 सीट पर लड़ना चाहती है, लेकिन फिलहाल उसे केवल 11 सीट का वादा किया गया है. कुशवाहा को छह सीट देने के लालू के वादे के साथ विपक्षी गठबंधन में लिया गया है. भाजपानीत राजग में कुशवाहा को पांच सीट मिलने वाली थी.
बागियों पर नजर
विपक्षी महागठबंधन की नजर भाजपा के कुछ बागी सांसदों पर है. सूत्रों के मुताबिक दरभंगा के सांसद कीर्ति आजाद और पटना के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा चुनाव से पहले भाजपा का साथ छोड़ सकते हैं. ऐसे में शत्रुघ्न सिन्हा को स्टार प्रचारक के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. संभव है कि सिन्हा बिहार की जगह दिल्ली से चुनाव लड़ें.महागठबंधन एक नजर दल सीटें राजद 19 कांग्रेस 11 रालोसपा 6 हम (मांझी) 2 शरद यादव 1 (जदयू, भाजपा से कोई नेता आया तो उसे कांग्रेस या राजद के कोटे से सीट दी जाएगी)