Bihar Lok Sabha Elections: एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर फॉर्मूला तैयार, 40 सीटों पर ऐसे हुआ निर्णय
By एस पी सिन्हा | Published: March 6, 2024 05:10 PM2024-03-06T17:10:41+5:302024-03-06T17:12:55+5:30
Lok Sabha Elections 2024: 5 सीटें पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान में 2+3 के हिसाब से दी जाएंगी। वहीं उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी की पार्टी के हिस्से 1-1 सीट आएगी।
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव नजदीक देख एक ओर जहां भाजपा के द्वारा ताबड़तोड़ उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर बिहार में एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है। इस बीच चर्चा है कि एनडीए में सीट शेयरिंग लगभग तय हो गया है। सूत्रों की मानें तो काफी माथापच्ची के बाद भाजपा, जदयू के साथ चिराग पासवान, पशुपति कुमार पारस, उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी की पार्टी के लिए सीटों का मुद्दा लगभग हल कर लिया गया है। सूत्रों की मानें तो भाजपा इस बार भी 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन जदयू को इस बार पिछली बार की तुलना में एक सीट कम मिलेगी, यानी वह 16 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इन दोनों को मिलाकर 33 सीटें हो जाती हैं। अब बची 7 सीटों में लोजपा के दोनों गुट, राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हम को दी जाएगी। इसमें 5 सीटें पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान में 2+3 के हिसाब से दी जाएंगी। वहीं उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी की पार्टी के हिस्से 1-1 सीट आएगी।
सूत्रों के अनुसार हाजीपुर सीट को लेकर पेंच फंसा हुआ है कि आखिर यहां से वर्तमान सांसद पशुपति कुमार पारस लड़ेंगे या फिर चिराग पासवान? बताया जा रहा है कि पारस को मनाने की कोशिशें जारी हैं और उन्हें राज्यसभा के जरिये संसद में ले जाने की तैयारी है। वहीं, हाजीपुर से चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (आर) से उनकी मां उम्मीदवार हो सकती हैं, या फिर वह स्वयं भी यहां से चुनाव लड़ सकते हैं।
सूत्रों की मानें तो इसको लेकर एक दो दिनों में घोषणा हो सकती है। दरअसल, एनडीए में नीतीश कुमार की वापसी के बाद से ही सीट शेयरिंग को लेकर पेंच फंस गया था। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा और जदयू दोनों ने 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ा था। तब लोजपा को 6 सीट दी गई थी। पिछले चुनाव में एनडीए ने 40 में से 39 सीटें जीतीं थी।
इस बार पार्टियों की संख्या 6 हो गई हैं। ऐसे में सीटों को लेकर काफी माथापच्ची करना पडा है। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी ने इस बार एनडीए के लिए 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में सर्वसम्मति और एकजुटता से लोकसभा चुनाव लड़ने पर ही यह लक्ष्य साधा जा सकता है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने औरंगाबाद और बेगूसराय में पीएम मोदी के मंच से जनसभाओं में कहा भी था कि सबको मिलजुलकर को मजबूती से काम करना है। नीतीश कुमार ने यह संदेश अपने एनडीए के साथियों के लिए भी दिया था। यही कारण है कि अब 17-16-5-1-1 का फॉर्मूला तैयार हो गया है और अब इसकी घोषणा भर बाकी बताई जा रही है।