बिहार: करणी सेना ने मधुबनी हत्याकांड पर खोला मोर्चा, कार्रवाई नहीं होने पर पटना को घेरने की धमकी
By एस पी सिन्हा | Updated: April 10, 2021 22:31 IST2021-04-10T22:26:06+5:302021-04-10T22:31:26+5:30
बिहार के मधुबनी में एक ही जाति के 5 लोगों की हत्या पर करणी सेना ने भी मोर्चा खोल दिया है और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

मधुबनी में सामूहिक हत्याकांड पर करणी सेना के तेवर तल्ख (प्रतीकात्मक तस्वीर)
पटना: बिहार के मधुबनी में पांच लोगों की हत्या पर राजपूत करणी सेना के द्वारा पीड़ित परिवार के बच्चों को गोद लेकर उनकी शिक्षा, विवाह से लेकर रोजगार तक की जिम्मेवारी लेने का ऐलान किया गया है.
साथ ही करणी सेना ने सरकार से इस नरसंहर में पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद के साथ न्याय दिलाने की भी मांग की है और कहा है कि अपराधियों को फांसी नहीं दी गई, तो वो पटना को घेरने सडक पर भी उतरेगी.
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह कहा है कि 'रावण' से जुड़ने वाले ब्राह्मणों को करणी सेना बीच चौराहे पर फांसी देगी. करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी और राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने शनिवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य के पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा की भूमिका की भी जांच कराने की मांग सरकार से की.
इस दौरान लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा कि जो घटना हुई है बहुत ही निंदनीय है. समाज के लोग जाति धर्म से ऊपर उठकर पीड़ित परिवार को मदद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजपूत करणी सेना किसी जाति के खिलाफ नहीं है.
उन्होंने कहा कि करणी इस घटना में पीडितों के लिए सरकार से आर्थिक, शैक्षणिक, सुरक्षा और प्रशासनिक मदद चाहते हैं. सरकार अगर ये भी देने में सक्षम नहीं है तो राजपूत करनी सेना ये सब करने को तैयार है. फिलहाल हमने पीडित क्षत्रिय परिवार के बच्चों को गोद ले लिया.
उन्होंने कहा कि हमारे लिए अच्छी बात ये है कि इस घटना में सरकार को छोड कर सभी दलों के लोगों ने मधुबनी जाने का काम किया है. लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो इसे जातीय रंग देकर अपना उल्लू साधना चाहते हैं. ऐसे लोग सत्ता और विपक्ष दोनों में हैं. हम दो दिन बाद ऐसे लोगों को भी बेनकाब करेंगे.
वहीं, राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि शुक्रवार को हम मधुबनी सांत्वना देने गये थे और मारे गये लोगों के परिजनों को गोद लेने का काम किया. लेकिन हमारी मांग है कि अपराधी की जल्द से जल्द फांसी की सजा मिले, वरना करनी सेना पटना को घेरेगी.
मकराना ने इस घटना को लेकर कहा कि करनी सेना लुकाछिपी का खेल नहीं खेलती. यह हमें बदनाम करने की साजिश है. उन्होंने कहा कि क्षत्रिय ने ब्राह्मणों को गुरु माना है. इसलिए जिसके मन में राम होगा हम उसका सम्मान करेंगे और जिसके मन में रावण होगा, उसका सर धर से अलग होकर ही रहेगा. फिर वो चाहे किसी जाति का हो या रावण सेना हो.
वहीं बिहार प्रदेश अध्यक्ष बी के सिंह ने कहा कि इस दिल दहला देने वाली घटना में जो एक व्यक्ति इलाजरत है, उसे सरकार एयरलिफ्ट कर दिल्ली ले जाये, ताकि उसके प्राणों की रक्षा हो सके और सरकार को स्थानीय विधायक विनोद नारायण झा के कॉल की जांच कर स्थिति स्पष्ट करना चाहिए.