पटनाः बिहार में जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष रहे उपेंद्र कुशवाहा के अलग होने का मामला अभी ठंडा भी नही पडा था कि जदयू को अब एक और बड़ा झटका लगा है। पार्टी की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व सांसद मीना सिंह ने जदयू से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को भेज दिया है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के साथ कभी जुदा नहीं होना चाहती थी। लेकिन तेजस्वी यादव को उन्होंने अपना उत्तराधिकारी बना दिया है। इसीलिए वो पार्टी से खफा हैं। उस हिसाब से मेरा रहना सही नहीं है। मीना सिंह ने कहा कि मेरे पति अजित सिंह कांग्रेस में थे। मेरे पति ने जंगल राज से बिहार को छुटकारा दिलाने में नीतीश कुमार का साथ दिया था।
पूर्व सांसद ने कहा कि जंगल राज और भ्रष्टाचार के खिलाफ नीतीश कुमार का साथ हमेशा साथ दिया। आज की स्थिति भयावह है। महागठबंधन की सरकार जब से बिहार में बनी है। तब से अपराध बढ़ गया है। जंगल राज फिर से रिटर्न हो गया है। नीतीश कुमार को ये सब नहीं दिख रहा है। मेरे लोगों ने कहा कि जदयू में अब क्या बचा है?
लोग पार्टी को विलुप्त करने में लगे हैं। मीना सिंह ने कहा कि बिहार हित में जो कुछ होगा वो अपने समर्थकों के साथ बैठकर फैसला लूंगी। नीतीश कुमार की पुलिस अपराध बढ़ने के बाद कुछ खास लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। मेरे साथ कई लोग हैं जो जदयू छोड़ रहे हैं।
इनमें भोजपुर के 90 प्रतिशत लोग शामिल हैं। बता दें कि मीना सिंह आरा से दो बार सांसद का चुनाव जीत चुकी हैं। चर्चा है कि पूर्व सांसद मीना सिंह जदयू से इस्तीफा देने के बाद भाजपा के साथ जा सकती हैं। हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा के इस्तीफे के बाद यह नीतीश कुमार से लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है।
जिस तरह से कुशवाहा के साथ कई जदयू के नेता कल पार्टी छोड़ गए हैं और अब आज पार्टी की एक पूर्व सांसद पार्टी छोड़ दी है। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार को काफी नुकसान हो सकता है।