बिहार: पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने कोरोना वायरस को लेकर लोगों को किया जागरूक, कटिहार में मिला मरकज जुड़ा एक शख्स, मचा हड़कंप
By एस पी सिन्हा | Published: April 7, 2020 06:18 PM2020-04-07T18:18:18+5:302020-04-07T18:18:18+5:30
कोरोना से संक्रमित हुए मृतक मरीज की मां और उसके पडेास में रहने वाला बच्चे की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.
पटना: कोरोना वायरस से हाने वाले संक्रमण को रोकने में लोगोँ को जागरूक करने वालों में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी भी शामिल हैं. वह अक्सर ट्वीट कर लोगों से इस बीमारी से बचाव की अपील करती रहती हैं. आज राबडी देवी ने एक ट्वीट किया और बताया कि हमें क्या करना चाहिए जिससे कोरोना आप तक नहीं आएगा. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि हाथ धोते रहे, कोरोना अपनी जान से हाथ धो बैठेगा.
इसके पहले रविवार को प्रधानमंत्री मोदी की रात नौ बजे नौ मिनट तक दीप या रोशनी करने की अपील का भी राबडी देवी ने समर्थन किया था. रविवार को उन्होंने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के साथ लालटेन जलाया था. तेज प्रताप ने अपनी और राबडी देवी की लालटेन जलाते हुए फोटो भी शेयर की थी. वहीं, कुछ दिन पहने राबडी देवी ने ट्वीट किया था कि किसी को भी भुखमरी से नहीं मरना चाहिए. मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि हर घर में रोशनी आए.
इसबीच, बिहार के लिए बडी राहत की बात है कि राज्य में कोरोना के मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं. प्रदेश में अबतक 11 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं तो वहीं आज शाम चार और मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा सकता है. बता दें कि कल शाम एक साथ पांच मरीजों को पटना के कोरोना अस्पताल घोषित एनएमसीएच से डिस्चार्ज किया गया था तो वहीं आज दोपहर बाद भागलपुर के जेएलएनएमसीएच से कोरोना संक्रमित छह मरीजों की अंतिम जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है.
बता दें कि कोरोना से संक्रमित हुए मृतक मरीज की मां और उसके पडेास में रहने वाला बच्चे की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद उनका इलाज किया गया और आज उनकी फाइनल जांच रिपोर्ट निगेटिव आ गई, जिसके बाद उन्हें घर भेज दिया गया है.
वहीं, आज कटिहार में अपनी पहचान छुपाकर ईलाज करवा रहे तबलीगी जमात का व्यक्ति की सच्चाई सामने आने से हडकंप मच गया है. बताया जाता है कि कटिहार में एक व्यक्ति अपना इलाज चोरी छिपे करवा रहा था. लेकिन जब उसकी हालात बिगडी है तो वह नही चाहते हुए भी यह बताया है कि वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. कहा जा रहा कि मरकज से ताल्लूक रखने वाला यह शख्स कई दिनों से अपनी पहचान छिपाकर सदर अस्पताल में इलाज करवा रहा था. कटिहार के सदर अस्पताल में 31 मार्च से ही उसका इलाज चल रहा था.
उसने यह बताया है कि वह यूपी के जौनपुर का रहने वाला है और दिल्ली के निजामुद्दीन के तबलीगी जमात में शामिल हुआ था. यह बात सुनते ही स्वास्थ्य महकमे में हडकंप मच गया है. इसके बाद इसे कटिहार सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया गया है.
इसके ब्लड सैंपल को जांच के लिए पटना भेजा गया है. इसके साथ ही इसका पूरा विवरण खंगाला जा रहा है. इसके साथ ही प्राणपुर में जहां इसने इलाज करवाया है, उस अस्पताल से जुडे और उस वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों या उनके इलाज में लगे स्वास्थ्य कर्मियों को भी कोरेन्टीन में रखा जाएगा. पूरे मामले की तफ्तीश शुरू कर दी गई है.