लाइव न्यूज़ :

Bihar Flood: बिहार में भारी बारिश, गंगा, सोन, पुनपुन, कोसी समेत राज्य की 11 नदियां खतरे के निशान से ऊपर, 28 जिले प्रभावित,अलर्ट जारी

By एस पी सिन्हा | Updated: August 14, 2021 15:52 IST

Bihar Flood: पटना के गुलबी घाट पर बने विद्युत शवदाहगृह में पानी घुसने और शार्ट सर्किट के बाद मशीन बंद हो गई. जिसके बाद विद्युत शवदाह गृह को बंद कर दिया गया है.

Open in App
ठळक मुद्देबिहार में बाढ़ ने दस्तक दे दी है. बिहार के करीब 28 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. राजधानी पटना के शमशान घाट भी बाढ़ में डूब गए हैं.

Bihar Flood: बिहार सहित पूरे उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश की वजह से गंगा नदी ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है. पटना में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.

एक बार फिर से प्रदेश में बाढ़ ने दस्तक दे दी है. राज्य के करीब 28 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. गंगा, सोन, पुनपुन, कोसी समेत राज्य की 11 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. गंगा के रौद्र रूप ने सबको हैरान कर कर दिया है. राजधानी पटना के शमशान घाट भी बाढ़ में डूब गए हैं. लोगों को अपने परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए कमर भर पानी में खड़ा रहना पड़ रहा है.

इसके साथ ही उनकी जेबों पर भी अतिरिक्त बोझ पड़ रहे हैं. पानी बढ़ने के कारण लकड़ी और डोम राजा के भाव बढ़ गए हैं. शमशान घाट पर पानी भर जाने के कारण अन्तिम संस्कार के लिए लाशों की भी कतार लग गई है. इसके साथ ही अन्तिम संस्कार के लिए पहले चार से पांच हजार रुपए खर्च होते थे. वो अब 20 से 25 हजार रुपए लग रहे हैं.

गंगा किनारे भी अन्तिम संस्कार हुआ करते थे. लेकिन, वहां पानी भर जाने के कारण अब सिर्फ घाटों के किनारे व सड़कों पर लाशों का अन्तिम संस्कार हो रहे हैं. वहीं, श्मशान घाटों के बाहर लकड़ी बेचने वाले दुकानदार का कहना है कि गंगा में जलस्तर बढ़ने के कारण लकड़ी नहीं आ रहा है. जो आ रहा है उसके भाव बढ़ गये हैं. यही कारण है कि हम लोगों ने लकड़ी का भाव बढ़ा दिया है. 

उधर, पटना के गुलबी घाट पर बने विद्युत शवदाहगृह में पानी घुसने और शार्ट सर्किट के बाद मशीन बंद हो गई. जिसके बाद विद्युत शवदाह गृह को बंद कर दिया गया है. गुलबी घाट पर लोगो की सहायता के लिए नगर निगम के तरफ से विधुत शवदाह गृह का निर्माण कराया गया है. जहां मात्र 300 रु में कोई भी व्यक्ति अपने परिजनों का अंतिम संस्कार कर सकता है.

लेकिन, गुलबी घाट के विद्युत शवदाह गृह में बाढ का पानी समा जाने के काऱण शार्ट सर्किट हो गया जिसके कारण शवदाह कर्म पूरी तरह ठप हो गया है. इसबीच, राज्य के 15 जिलों में बाढ़ का कहर जारी है. मौसम विभाग ने भी उत्तर बिहार के छह जिलों में भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है. गंगा किनारे बसे इलाकों में नदी का पानी सडक तक आ पहुंचा है.

यदि और बारिश हुई तो स्थित और भयावह हो सकती है. अचानक नदी का जलस्तर बढने से कई इलाकों में बाढ़ का पानी तेज से फैल रहा है, जिससे यहां रहने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है. अब पटना के रिहायशी इलाके में भी बाढ़ का संकट मंडराने लगा है.  राजधानी में पटना सुरक्षा बांध और गंगा से जुडे़ नालों के गेट पर दबाव बढ़ गया है.

एलसीटी घाट, राजेंद्र घाट सहित कई घाटों पर सड़क के करीब पानी आने से प्रशासन सतर्क है.गंगा का लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण पटना के दियारा क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. दियारा के बंगाली टोला, राय हसनपुर जैसे गांव पूरी तरह तबाह हो गए हैं. यहां के लोग विस्थापित होकर अपने सारे समनो को लेकर पटना पहुंच रहे हैं और किसी तरह दिन काटने पर मजबूर हैं.

अपने बच्चों, जानवरों और सामान के साथ लोग शहरी इलाकों में सड़कों के किनारे अपनी-अपनी जगह बनाने लगे हैं. पटना के लॉ कॉलेज घाट पर सबलपुर दियारा क्षेत्र से आकर ये लोग अपना जीवन यापन कर रहे हैं. लोग भूखे प्यासे किराए की नाव के सहारे मवेशियों के साथ छोटे-छोटे बच्चों को लेकर पटना पहुंच रहे हैं.

इसतरह से राज्य में बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. राज्य की प्रमुख नदियां भी एक बार फिर उफनाने लगी हैं तथा खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही हैं. लिहाजा आधा बिहार में जलप्रलय के हालात हैं. उधर, मौसम विभाग ने एक दर्जन जिलों में 15 अगस्त तक भारी बारिश की आशंका जताई है. ऐसे में उन जिलों के कई इलाकों में डर का माहौल बन गया है.

टॅग्स :पटनामौसममौसम रिपोर्टनीतीश कुमारभारतीय मौसम विज्ञान विभाग
Open in App

संबंधित खबरें

भारत‘ये घटियापन माफी के लायक नहीं’: कांग्रेस ने महिला डॉक्टर का हिजाब हटाने के लिए नीतीश कुमार की आलोचना की, वीडियो जारी कर मांगा इस्तीफा, WATCH

भारतभाजपा कार्यकारी अध्यक्ष बनने पर आपकी क्या प्राथमिकता होगी?, नितिन नबीन ने खास बातचीत की

भारतचाहे पश्चिम बंगाल हो, असम हो या उत्तर प्रदेश, भाजपा कार्यकर्ता हमेशा तैयार रहते?, नितिन नवीन ने कहा-नया दायित्व आशीर्वाद

भारतशहरी महानगरों में लोगों की अपनी जीवनशैली, गरीबों का क्या होगा?, सीजेआई सूर्यकांत बोले- वायु प्रदूषण पर गरीब मजदूर सबसे ज्यादा पीड़ित

क्राइम अलर्टपत्नी की मौत के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहा था अमरनाथ राम, तीन नाबालिग बेटियों को फंदे पर लटकाया और खुद दी जान, 2 बेटों की बची जान

भारत अधिक खबरें

भारतदिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर कोहरे की वजह से भीषण हादसा, बसों और कारों में लगी आग; 4 की मौत

भारतरघुनाथ धोंडो कर्वे, ध्यास पर्व और डेढ़ सौ करोड़ हो गए हम

भारतYear Ender 2025: पहलगाम अटैक से लेकर एयर इंडिया क्रैश तक..., इस साल इन 5 घटनाओं ने खींचा लोगों का ध्यान

भारतYear Ender 2025: उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूरे भारत में भगदड़ में गई कई जानें, सबसे दुखद हादसों से भरा ये साल; जानें

भारतIndo-Pak War 1971: शौर्य और पराक्रम से पाक को चटाई थी धूल