Bihar Elections 2025: बिहार के बहादुरगंज से चुनाव लड़ेंगे शरजील इमाम, दायर की अंतरिम जमानत याचिका
By रुस्तम राणा | Updated: October 13, 2025 19:42 IST2025-10-13T19:42:32+5:302025-10-13T19:42:32+5:30
पांच साल से अधिक समय से जेल में बंद इमाम, किशनगंज जिले के बहादुरगंज निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बिहार चुनाव लड़ेंगे।

Bihar Elections 2025: बिहार के बहादुरगंज से चुनाव लड़ेंगे शरजील इमाम, दायर की अंतरिम जमानत याचिका
नई दिल्ली: दिल्ली दंगों के मामले में वर्तमान में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद छात्र कार्यकर्ता शरजील इमाम ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए अंतरिम जमानत की मांग करते हुए दिल्ली की एक अदालत का रुख किया है। पांच साल से अधिक समय से जेल में बंद इमाम, किशनगंज जिले के बहादुरगंज निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बिहार चुनाव लड़ेंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को होने हैं, जबकि नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएँगे। शरजील इमाम ने 15 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक ज़मानत मांगी है। बहादुरगंज में 11 नवंबर को मतदान होगा। बार एंड बेंच के अनुसार, उन्होंने कड़कड़डूमा कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (एएसजे) समीर बाजपेयी के समक्ष अंतरिम ज़मानत याचिका दायर की है, जो दिल्ली दंगों की साज़िश के मामले की सुनवाई कर रहे हैं।
बहादुरगंज सीट से वर्तमान में मोहम्मद अंजार नईमी सांसद हैं, जो 2020 में एआईएमआईएम के टिकट पर चुने गए थे, लेकिन बाद में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हो गए। जनवरी 2020 से जेल में बंद सीएए विरोधी कार्यकर्ता इमाम, जहानाबाद के काको गाँव के मूल निवासी हैं। उन्होंने मुकदमे से पहले पाँच साल से ज़्यादा समय तक हिरासत में बिताया है।
उनकी याचिका पर वर्तमान में सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई चल रही है, क्योंकि दिल्ली उच्च न्यायालय ने पिछले महीने फरवरी 2020 के दिल्ली दंगों से जुड़े एक बड़े षड्यंत्र के मामले में ज़मानत देने से इनकार कर दिया था। तीन दिन पहले ही दिल्ली उच्च न्यायालय ने इमाम को ज़मानत देने से इनकार कर दिया था।
इमाम के वकील ने तर्क दिया है कि मुकदमे में व्यवस्थागत देरी के कारण उनकी कैद लंबी हो गई है, जिसके लिए उन्हें दोषी नहीं ठहराया जा सकता। छात्र कार्यकर्ता की यह घोषणा दिल्ली दंगों के आरोपी शिफा-उर-रहमान और ताहिर हुसैन द्वारा एआईएमआईएम के टिकट पर दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने के कुछ महीने बाद आई है।