Bihar election: सीट 243, मतदाता 7.29 करोड़, सुनील अरोड़ा बोले- पोलिंग सेशन की संख्या 1,06,526, सभी तैयारी पूरी
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 1, 2020 05:39 PM2020-10-01T17:39:36+5:302020-10-01T17:39:36+5:30
सुनील अरोड़ा ने कहा कि2015 में पोलिंग सेशन की संख्या 65,333 थी जो अब बढ़कर 1,06,526 हो गई है। 2015 में 6.7 करोड़ वोटर थे वहीं इस बार वोटरों की संख्या बढ़कर 7.29 करोड़ हो गई है। इस बार कुल पुरुष वोटर 3.85 करोड़ और महिला वोटर 3.4 करोड़ हैं।
पटनाः मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा की अगुवाई में चुनाव आयोग की सात सदस्यीय टीम बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा कर प्रेस कांफ्रेंस की। सभी तैयारी पूरी कर ली गई है।
सुनील अरोड़ा ने कहा कि2015 में पोलिंग सेशन की संख्या 65,333 थी जो अब बढ़कर 1,06,526 हो गई है। 2015 में 6.7 करोड़ वोटर थे वहीं इस बार वोटरों की संख्या बढ़कर 7.29 करोड़ हो गई है। इस बार कुल पुरुष वोटर 3.85 करोड़ और महिला वोटर 3.4 करोड़ हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा की की इस उच्च स्तरीय टीम में चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा और राजीव कुमार भी शामिल हैं। आयोग की टीम विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के साथ-साथ प्रशासन एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ पटना और गया में बैठकें की।
निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा का चुनाव तीन चरणों में कराए जाने की घोषणा की थी। बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को मतदान होगा तथा 10 नवंबर को मतगणना होगी। कोविड-19 महामारी के बीच यह विश्व स्तर पर सबसे बड़े चुनावों में से एक है।
2015 में पोलिंग सेशन की संख्या 65,333 थी जो अब बढ़कर 1,06,526 हो गई है। 2015 में 6.7 करोड़ वोटर थे वहीं इस बार वोटरों की संख्या बढ़कर 7.29 करोड़ हो गई है। इस बार कुल पुरुष वोटर 3.85 करोड़ और महिला वोटर 3.4 करोड़ हैं: सुनील अरोड़ा मुख्य निर्वाचन आयुक्त, पटना #Biharpic.twitter.com/QoqXDmX1oI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 1, 2020
बिहार विस चुनाव के मद्देनजर गृह मंत्रालय के सुरक्षा सलाहकार ने समीक्षा बैठक की
बिहार विधानसभा चुनाव में नक्सलियों द्वारा बाधा उत्पन्न किए जाने की आशंका के मद्देनजर केन्द्रीय गृह मंत्रालय में पदस्थापित सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार ने सीआरपीएफ के अधिकारियों के साथ सीमावर्ती पलामू जिले में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यह बैठक यहां नौडीहा बाजार थानान्तर्गत डगरा पिकेट में हुई जिसमें केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक आनंद प्रकाश माहेश्वरी के अलावा 134 बटालियन के समादेष्टा ए डी शर्मा समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सम्मिलित हुए।
सूत्रों के अनुसार बिहार की सीमा झारखंड के कई जिलों से सटी होने के कारण अतिवादियों को चुनावों में कोई उत्पात करने से रोकने के उद्देश्य से बैठक में विचार विमर्श हुए। सूत्रों ने बताया कि मतदान के दो दिन पूर्व से ही झारखंड के पलामू, गढ़वा और लातेहार जिले के सीमावर्ती इलाकों में नाकाबंदी किए जाने पर जोर दिया गया जिससे नक्सलियों की आवाजाही को प्रतिबंधित किया जा सके।
बैठक में झारखंड में भूमिगत एवं प्रतिबंधित उग्रवादी और नक्सल समेत सभी चरमपंथी संगठनों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाये जाने के बारे में भी निर्णय हुआ। इससे पूर्व दिन में विजय कुमार, आनंद प्रकाश माहेश्वरी एवं अन्य वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने से शिष्टाचार भेंट की।