Bihar Election 2025 Date: निर्वाचन आयोग ने सोमवार को बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव की घोषणा की। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में दो चरणों में मतदान होगा, जिनमें पहले चरण के लिए छह नवंबर को और दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को मतदान होगा। मतगणना 14 नवंबर को होगी। दूसरे चरण में राज्य की 122 विधानसभा सीट पर मतदान होगा, जिनमें कई राजनीतिक रूप से अहम सीट शामिल हैं। राज्य की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए इस बार 7.42 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
निम्नलिखित कुछ प्रमुख सीट और उनके मौजूदा विधायक इस प्रकार हैं:
1-वाल्मीकिनगर: जनता दल यूनाइटेड (जदयू)- धीरेंद्र प्रताप सिंह
2-करगहर: कांग्रेस- संतोष कुमार मिश्रा
3-कराकाट: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा)- मार्क्सवादी-लेनिनवादी (लिबरेशन)- अरुण सिंह
4-बेतिया: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-रेणु देवी
5-मोतिहारी: भाजपा- प्रमोद कुमार
6-इमामगंज: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर)-दीपा कुमारी
7-सीतामढ़ी: भाजपा- मिथिलेश कुमार
8-मधुबनी: राष्ट्रीय जनता दल (राजद)- समीर कुमार महासेठ
9-झंझारपुर: भाजपा-नितीश मिश्रा
10-अररिया: कांग्रेस- अबिदुर रहमान
11-किशनगंज: कांग्रेस-इजहारुल हुसैन
12-पूर्णिया: भाजपा- विजय कुमार खेमका।
दूसरे चरण में इन सीट पर सत्तारूढ़ राजग और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। वर्तमान विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास सबसे अधिक 80 विधायक हैं जबकि उसकी सहयोगी जदयू के पास 45 विधायक हैं। केंद्र सरकार में मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के चार विधायकों के समर्थन से राजग का कुल आंकड़ा 129 पर पहुंचता है, जो122 के बहुमत के आंकड़े से ऊपर है। वहीं विपक्षी गठबंधन इंडिया (जिसमें राजद, कांग्रेस और वामदलों शामिल हैं) के पास फिलहाल 112 विधायक हैं, जो बहुमत से 10 सीट कम हैं।
भाजपा ने 2020 के विधानसभा चुनाव में 74 सीट पर जीत हासिल की थीं लेकिन बाद में कुछ विधायकों के दल बदलने और उपचुनाव में जीत के कारण पार्टी के विधायकों की संख्या बढ़ गयी। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 53 सीटें मिली थीं जबकि जदयू ने 71 सीट पर जीत हासिल की थीं।
वर्ष 2010 में जदयू अकेले 115 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। राजद, 2020 के विधानसभा चुनाव में 75 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आई थी और बाद में एआईएमआईएम के चार विधायक राजद में शामिल हो गए थे।
हालांकि उपचुनावों में पार्टी को कुछ सीट का नुकसान भी हुआ था। राजद ने 2015 में 80 और 2010 में 22 सीट पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस को 2020 में 19 सीट पर सफलता मिली थी जबकि पार्टी को 2015 में 27 और 2010 के विधानसभा चुनाव में चार सीट पर जीत मिली थी।