राजद के आठ विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू को किया वोट, जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष कुशवाहा ने कहा- कुछ मामलों में इंतजार करना ठीक रहेगा
By एस पी सिन्हा | Published: July 23, 2022 05:45 PM2022-07-23T17:45:28+5:302022-07-23T17:46:26+5:30
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है. कौन संपर्क में है, क्या संख्या है? ये सार्वजनिक करना ठीक नहीं है, कुछ मामलों में इंतजार करना ठीक रहेगा.
पटनाः राष्ट्रपति चुनाव में कथित तौर पर राजद के आठ विधायकों के द्वारा द्रौपदी मुर्मू को वोट दिये जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद बिहार में सियासत गर्मा गई है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के दावे के बाद राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी स्वीकार किया है कि कुछ लोगों ने क्रॉस-वोट किया है.
ऐसे में विपक्षी एकता को झटका लगने के बाद आज जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है. राष्ट्रपति चुनाव में बिहार से क्रॉस वोटिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि कौन संपर्क में है, क्या संख्या है? ये सार्वजनिक करना ठीक नहीं है, कुछ मामलों में इंतजार करना ठीक रहेगा.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ऐसे क्यों हुआ, इसका अर्थ खुद लगाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि एनडीए ने बेहतर प्रत्याशी दिया था. ऐसे में बहुत से विधायकों को उनका समर्थन करने का मन होगा. कुछ लोगों ने दल की सीमा को लांघकर वोट दिया है. जदयू नेता ने कहा कि काफी सारे लोगों ने अपनी अंतरआत्मा के चलते मत दिया है.
उन्होंने कहा कि क्या है, क्या नहीं? इसका संकेत खुद समझ लेना चाहिए. उधर, राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग पर राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा है कि जो खबर आ रही है, विपक्ष का कुछ वोट एनडीए के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को गया है. पता लगाया जा रहा है कि ये कौन लोग हैं, जिन्होंने उन्हें वोट दिया है?
उल्लेखनीय है द्रौपदी मुर्मू की जीत पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा था कि बिहार में एक ख़ुशी की बात यह है कि 8 से ज्यादा विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट देने का काम किया. उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 133 वोट मिले, 125 हमारे पास क्षमता थी. 26वां वोट सुभाष सिंह नहीं आ पाए थे. वहीं दो वोट रिजेक्ट हुए हैं. उसके बाद भी हमें 133 वोट मिलना, यह बताता है कि हमारे विरोधी दल में भी ऐसे बहुत सारे हैं जो विरोधी दल के कार्य से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हैं.