Coronavirus Update: बिहार में कोरोना का कहर जारी, राज्य में संक्रमितों की संख्या हुई 148, तबलीगी ने इन दो जिलों में मचाई तबाही
By एस पी सिन्हा | Published: April 23, 2020 02:50 PM2020-04-23T14:50:32+5:302020-04-23T14:50:32+5:30
राज्य में सर्वाधिक कोरोना पॉजिटिव मामले सीवान, नलांदा, मुंगेर व पटना हैं. इन्हीं चार जिलों में राज्य के कुल 148 में से 107 मरीज मिले हैं.
पटना:बिहार में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. मुंगेर जिला बिहार का नया हॉट-स्पॉट बन गया है. मुंगेर के जमालपुर में आज चार और एक सासाराम मे कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इनमें चार महिलाएं और एक पुरुष है. इसतरह से बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 148 हो गई है. मुंगेर में अबतक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 31 हो गई है. कहा जा रहा है कि तब्लीगी जमात की लापरवाही से मुंगेर बिहार में अब नया हॉट-स्पॉट बन गया है.
हालात यह है कि कोरोना संक्रमण के मामले में मुंगेर की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. राज्य में सर्वाधिक कोरोना पॉजिटिव मामले सीवान, नलांदा, मुंगेर व पटना हैं. इन्हीं चार जिलों में राज्य के कुल 148 में से 107 मरीज मिले हैं. इसके साथ कम हो रही है कोरोना फ्री जिलों की संख्या कम होती जा रही है.
स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार के मुताबिक आज सुबह 10 बजे आई आज की पहली रिपोर्ट में चार कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इसके बाद कुल मरीजों की संख्या बढकर 148 पहुंच गई है. चारों नए मरीज मुंगेर जिले के जमालपुर के हैं. इनमें तीन मरीज महिलाएं हैं. तीनों की उम्र क्रमशः 68, 60 और 61 साल है. वहीं एक 30 साल का युवक भी पॉजिटिव पाया गया है. प्रधान सचिव ने जानकारी देते हुए कहा कि सभी पॉजिटिव मरीज संक्रमित मरीज के सम्पर्क में आने से कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं.
राज्य में मुंगेर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर अब 31 तक पहुंच गई है. वहीं, नालन्दा में भी पॉजिटिव मरीजों की संख्या 31 पर है. जबकि पटना में 16 पॉजिटिव की अब तक पुष्टि हो चुकी है. ऐसे में पिछले 5 दिनों से राज्य में इम्प्रूवमेंट रेट में भी गिरावट देखी जा रही है, जिसमें मुंगेर के अब तक मात्र 6 मरीज ठीक हुए हैं तो नालन्दा में भी 31 में महज 2 ठीक हुए हैं. इसतरह से राज्य में ठीक होनेवाले मरीजों की संख्या अब भी 42 पर स्थिर है.
इधर, भागलपुर में संक्रमित चिकित्सक मेडिसीन विभाग में पीजी के छात्र हैं. वह आपातकालीन और आइसोलेशन विभाग में भी काम कर चुके हैं. बुधवार को भी उन्होंने ड्यूटी की थी. इस कारण चिकित्सकों के बीच हडकंप मचा हुआ है. वहीं, देर रात संक्रमित चिकित्सक को जेएलएनएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है. इसके साथ कोरोना की पूर्वी चंपारण व बांका में एंट्री हुई है.
बिहार में भी अधिकतर मामले तब्लीगी जमात और दूसरे देशों से आए लोगों से ही जुडे निकल रहे हैं. आप्रवासी कामगारों से जुडे अब तक गिनती के मामले ही सामने आए हैं. सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में करीब एक लाख 80 हजार से ज्यादा प्रवासी बिहारी तमाम मुश्किलों के बीच अन्य प्रदेशों से घर लौटे हैं. जबकि, तबलीगी मरकज से लौटे लोगों की संख्या महज चार हजार से कुछ ज्यादा थी. फिर भी कोरोना का संक्रमण बढ़ाने में तबलीगी जमात और विदेश से आए लोगों का योगदान प्रवासियों की तुलना में 97 फीसद से भी ज्यादा है. गांव-गांव में फैले और छुपे तबलीगियों की तलाश और उनके उपचार में पुलिस को आज भी पसीना बहाना पड रहा है. कहीं-कहीं विरोध का भी सामना करना पड रहा है.
वहीं, 21 मार्च को दुबई से पटना के रास्ते बिहारशरीफ लौटे एक युवक ने सारे किए कराए पर पानी फेर दिया. वह बिहारशरीफ अपने घर पहुंचा तो प्रशासन को बिना सूचना दिए कई दिनों तक छिपा रहा. इस दौरान जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम काफी मशक्कत के बाद उसे अपने कब्जे में लेकर कोरोना सैम्पल की जांच के लिए पटना भेजा. 14 अप्रैल को जब युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई तो स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन में खलबली मच गई. आनन-फानन में युवक के परिवारों की भी कोरोना जांच करवाई गई.
15 अप्रैल को युवक के परिवार के तीन और लोगों को संक्रमित पाया गया. संक्रमितों में युवक के माता, पत्नी व भाभी थीं. इसके साथ ही उसने ससुराल पटना में भी अपने ससुर को संक्रमित करते हुए कोरोना पॉजिटिव की श्रेणी में ला दिया. इतना ही नहीं, बिना इलाज किये इनके संपर्क में आने के बाद बिहारशरीफ सदर अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर भी संक्रमित हो गये. इसके बाद कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढने का जो सिलसिला शुरू हुआ तो वह थमने की नाम नहीं ले रहा है.
बिहार में मुंगेर कोरोना फ्री होता दिखा, लेकिन उसपर तब्लीगी जमात का ग्रहण लग गया. नए सिरे से कोरोना की आंधी आ गई. नालंदा में आयोजित तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में बिहार के विभिन्न जिलों के साथ मुंगेर के लोगों ने भी शिरकत की. उनमें से एक जमालपुर सदर बाजार निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग को कोरोना पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद मरीज के संपर्क में आए एक-एक नए मरीज लगातार मिलते गए. मुंगेर में जमालपुर कोरोना का हॉट-स्पॉट बनता दिख रहा है. पूरे जिले की बात करें तो वहां मिले मरीजों का आंकडा 31 हो चुका है. चिंता की बात यह है कि एक संक्रमित मरीज सब्जी बेचने का काम करता था. इस कारण उसका संपर्क बड़ी संख्या में लोगों से रहा होगा.