बिहार: सीएम नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के बीच विवाद खत्म! विपक्ष का हंगामा जारी
By एस पी सिन्हा | Published: March 16, 2022 04:02 PM2022-03-16T16:02:29+5:302022-03-16T16:02:29+5:30
बिहार विधानसभा में सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के बीच बहस देखने को मिली थी। हालांकि अब इस मामले का पटाक्षेप होता नजर आ रहा है।
पटना: बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के बीच हुए विवाद का पटाक्षेप हो गया है. विधानसभा अध्यक्ष बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे. ऐसा लगता है कि भाजपा और जदयू के बीच जारी जुबानी जंग भी समाप्त हो गया है. विजय कुमार सिन्हा तय समय पर सुबह 11 बजे सदन में पहुंचे और आसन पर आए. इस दौरान विपक्षी सदस्यों की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सदन में बुलाने और आसन से माफी मांगने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया गया.
इस बीच विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि हमने सरकार को आपा खोते देखा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हमसे कहा कि हमारी भावना ऐसी नहीं थी. विधायिका की प्रतिष्ठा बरकरार रखेंगे. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि कुछ भी ऐसा नहीं हो, जिससे हम एक दूसरे से नजर मिलाने के लायक नहीं रहे.
नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष के बीच हुई बैठक
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार की शाम कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष के साथ एक बैठक विधानसभा परिसर की एनेक्सी में हुई. इस बैठक में उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, रेणु देवी, मंत्री विजय चौधरी के अलावा दूसरे मंत्री भी मौजूद थे.
सूत्रों का कहना है कि बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि किसी को अपमानित करने के मकसद से कोई बात नहीं कही गई है. बैठक में एक-एक मुद्दे पर चर्चा की गई और सभी तरह के गतिरोध को आखिरकार खत्म मान लिया गया. हालांकि विपक्ष सदन में विजय कुमार सिन्हा को लेकर हंगामे कर रहा है.
विपक्ष सदन अध्यक्ष से पूछा है क्या आप से माफी मांगी है. यही सवाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी विपक्ष ने पूछा. इस दौरान हंगामा करते हुए सदन में विपक्ष सदस्य वेल तक पहुंच गए सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी शुरू कर दी. इसके बाद सदन की कार्रवाई दोपहर तक स्थगित कर दी गई.
विजय सिन्हा ने अटल बिहारी वाजपेयी की पढ़ी कविता
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता पढ़कर अपने मनोभाव दर्शाए. उन्होंने कविता की पंक्तियां पढी- ‘उद्यानों में वीरानों में अपमानों में सम्मानों में कदम मिलाकर चलना होगा. घोर घृणा में, पूत प्यार में क्षणिक जीत में दीर्घ हार में कदम मिलाकर चलना होगा’.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें आश्वासन दिया है कि विधायिका की शक्ति को हर हाल में मजबूती देंगे और विधायक एवं लोकतंत्र के मंदिर की प्रतिष्ठा गिरने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि होली के बाद 25 मार्च को विशेषाधिकार समिति की बैठक होगी.
वहीं, राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष सदन में वापस लौट गए हैं, लेकिन यह मामला यहीं पर खत्म नहीं होगा. उन्होंने कहा कि हास्य सदन के अध्यक्ष का मामला नहीं है. यह सदन की गरिमा का सवाल है, जिस पर मुख्यमंत्री को जवाब देना होगा. जब तक वह जवाब नहीं देंगे, विधानसभा की कार्यवाही नहीं चलेगी.
विपक्ष ने कहा कि रात के अंधेरे में क्या हुआ, इसका जवाब दें तभी सदन चलने देंगे, ऐसे सदन नहीं चलेगा. सदन की गरिमा भंग हुई है और यह बात सदन में ही मुख्यमंत्री आए विमर्श करें तब भी सदन चलेगा.