Bihar: सीएम नीतीश कुमार 23 दिसंबर से निकलेंगे प्रगति यात्रा पर, संजय झा ने कहा- नीतीश कुमार की यात्रा बिहार के विकास के लिए है
By एस पी सिन्हा | Updated: December 22, 2024 16:52 IST2024-12-22T16:52:40+5:302024-12-22T16:52:40+5:30
जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने रविवार को कहा कि नीतीश कुमार की यात्रा बिहार के विकास के लिए है और यह बिहार की प्रगति और बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। संजय झा ने कहा कि कल से मुख्यमंत्री की यात्रा शुरू हो रही है।

Bihar: सीएम नीतीश कुमार 23 दिसंबर से निकलेंगे प्रगति यात्रा पर, संजय झा ने कहा- नीतीश कुमार की यात्रा बिहार के विकास के लिए है
पटना:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 23 दिसंबर से प्रगति यात्रा पर जाने वाले हैं। इसको लेकर प्रशासनिक तौर पर जोर शोर से तैयारियां की जा रही हैं। हालांकि इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत थोड़ी नासाज है, ऐसे में उनके यात्रा को लेकर लोगों के बीच संशय की स्थिति है। इस बीच जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने रविवार को कहा कि नीतीश कुमार की यात्रा बिहार के विकास के लिए है और यह बिहार की प्रगति और बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। संजय झा ने कहा कि कल से मुख्यमंत्री की यात्रा शुरू हो रही है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पिछले 19 सालों से यात्रा कर रहे हैं। पहला यात्रा तब शुरू किए जब मुख्यमंत्री नहीं थे। यात्रा इसलिए करनी पड़ी जो लोग संविधान लेकर घूम रहे हैं उन लोगों ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। राष्ट्रपति शासन में नीतीश कुमार की सरकार नहीं बनने दी गई। लोग कोर्ट में गए कोर्ट ने फैसला किया तो राज्यपाल को इस्तीफा देना पड़ा। उस समय यात्रा पर नीतीश कुमार लोगों से न्याय मांगने के लिए निकले। कांग्रेस के द्वारा संविधान को तार तार किया गया था।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों के बीच जाते हैं उनके निकालने का उद्देश्य है। जो काम जमीन पर चल रहे हो उसको देखना और क्या कर सकते हैं, उसका फीडबैक लेना। उनके यात्राओं यात्रा का असर है कि जमीन पर इतना कम दिखाई पड़ा। संजय झा ने कहा कि नीतीश कुमार की यात्रा ऐतिहासिक है। एक पुरानी कहावत है कि राजा को रात के अंधेरे में निकल कर देखना चाहिए कि जनता किस हाल में है? नीतीश कुमार की यात्रा भी इसी मकसद से शुरू हो रही है ताकि यह देखा जा सके कि बिहार में विकास कहां तक पहुंचा है और आगे क्या कदम उठाए जाने चाहिए?
संजय झा ने कहा कि यह यात्रा विशेष राज्य पैकेज के इस्तेमाल को लेकर है। उन्होंने कहा कि हमने विशेष राज्य का दर्जा मांगा था, लेकिन वह संभव नहीं हो सका। अब जो विशेष पैकेज मिल रहा है, उसका सही दिशा में और उचित तरीके से इस्तेमाल कैसे हो, यह देखने के लिए यह यात्रा की जा रही है। विपक्ष द्वारा नीतीश कुमार की यात्रा को 'अलविदा यात्रा' कहे जाने पर संजय झा ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन यह यात्रा बिहार के लोगों की भलाई के लिए है। जनता मालिक है और वह तय करती है कि किसे भेजना है और किसे नहीं? विपक्ष की बातों को महत्व देने से पहले यह देखना चाहिए कि वे खुद 20 साल से 'अलविदा' हो चुके हैं और इस बार भी उनकी कोई संभावना नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बहुत बड़ा योगदान महिला सशक्तिकरण और अति पिछड़ों को ताकत देने के लिए है। जब सरकार बनी थी तो महिला को 50 फीसदी आरक्षण, शिक्षा पर काम, नौकरी में आरक्षण, यह सारा काम पिछले 18-19 साल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में हुआ है। बिहार में पिछड़ा-अति पिछड़ा को पंचायत में आरक्षण नहीं था। 2006 से आरक्षण देने का काम नीतीश कुमार ने किया। उनके लिए कर्पूरी छात्रावास से लेकर अन्य सुविधा देने का काम नीतीश कुमार ने दिया।