बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई
By एस पी सिन्हा | Updated: December 5, 2025 16:29 IST2025-12-05T16:29:22+5:302025-12-05T16:29:22+5:30
लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने पत्र के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई देते हुए कहा है कि यह देश के लिए गौरव की बात है कि 1947 से लेकर 2025 तक, आप देश के पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने 10 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम एक और ऐतिहासिक उपलब्धि जुड़ गई है। दरअसल, नीतीश कुमार के 10वीं बार बतौर बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने बधाई दी है। लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने पत्र के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई देते हुए कहा है कि यह देश के लिए गौरव की बात है कि 1947 से लेकर 2025 तक, आप देश के पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने 10 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
यह भारतीय लोकतांत्रिक इतिहास में एक अद्वितीय उपलब्धि है। यह असाधारण उपलब्धि आपके अटूट समर्पण, समर्पण, दूरदर्शी नेतृत्व और बिहार की जनता का आप पर विश्वास और प्रशंसा को दर्शाती है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने पत्र के माध्यम से कहा है कि लगातार 10 बार राज्य का नेतृत्व करना लोकतांत्रिक इतिहास में एक दुर्लभ उपलब्धि है। यह न केवल एक उल्लेखनीय व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए गौरव का क्षण भी है। शासन, विकास, सामाजिक कल्याण और प्रशासनिक स्थिरता के प्रति आपका यह निरंतर प्रयास लाखों लोगों को प्रेरित करता रहेगा।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने संसूचित किया है कि इस अनुकरणीय और ऐतिहासिक उपलब्धि के सम्मान में औपचारिक रूप से नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री बिहार का नाम अपनी प्रतिष्ठित वैश्विक सूची में शामिल कर आपको आधिकारिक प्रमाण पत्र समर्पित करने पर खुद को गौरवान्वित महसूस करेगा। संस्था ने घोषणा की है कि इस अनूठी उपलब्धि के सम्मान में वे नीतीश कुमार का नाम अपनी वैश्विक सम्मान सूची में औपचारिक रूप से शामिल करेंगे। इसके साथ ही उन्हें एक प्रतिष्ठित आधिकारिक प्रमाणपत्र भी प्रदान किया जाएगा। संस्था ने इसे अपने लिए गर्व की बात बताते हुए कहा कि ऐसे रिकॉर्ड बहुत कम देखने को मिलते हैं।
बता दें कि बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार पिछले दो दशकों से केंद्रीय चेहरा बने हुए हैं। 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद से लेकर 2025 तक किसी भी राज्य में किसी भी व्यक्ति ने 10 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं ली है। इस लिहाज से यह उपलब्धि न केवल अभूतपूर्व है, बल्कि भारतीय लोकतंत्र में नई मिसाल भी कायम करती है। उल्लेखनीय है कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन एक अग्रणी वैश्विक संस्था है जो असाधारण विश्व रिकॉडों और उल्लेखनीय समावेशनों को मान्यता देने और पंजीकृत करने के लिए समर्पित है। यह संस्था दुनिया भर के प्रतिष्ठित व्यक्तियों, संस्थानों और ऐतिहासिक स्थलों की उल्लेखनीय उपलब्धियों, सांस्कृतिक विरासत और योगदानों का सम्मान करता है।
वहीं, वर्ल्ड बुक का रिकॉर्ड ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 10वीं बार मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दिए जाने पर राज्य के कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने कहा कि निश्चित तौर पर एक बड़ा कार्यकाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का रहा है। मुख्यमंत्री किसी प्रदेश का बनना निश्चित देश में पहला रिकॉर्ड है। नीतीश कुमार की जो क्षमता है और जिस निष्ठा के साथ उन्होंने काम किया है वह तारीफ के योग्य है ही। उन्होंने कहा कि उसी का प्रतिफल है कि बिहार गति देकर आगे बढ़ रहा विकास की तरफ और गति पकड़ेगा। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिहार खुशहाल होगा।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन में नहीं होकर यूरोप के दौरे पर हैं, इस पर रामकृपाल यादव ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष की बड़ी भूमिका होती है। महत्वपूर्ण सत्र भी है और नेता प्रतिपक्ष गायब हैं। देश में पहली घटना देख रहा हूं अपने दायित्व का निर्वहन नेता प्रतिपक्ष नहीं कर रहे हैं। लोकतंत्र का अपमान कर रहे हैं शायद अगली बार प्रतिपक्ष के नेता के रूप में जनता इनको मौका नहीं देगी। बढ़ते अपराध पर विपक्ष की ओर से सवाल खड़े किए जा रहे हैं। विपक्ष को कहिए अपने कार्यकाल क सामने रखें। गृह मंत्रालय की रिपोर्ट आपने कई बार देखा होगा। जंगलराज को कोई भुला नहीं है।