पटना: दादरा और नगर हवेली के सिलवासा की निवासी और बिहार के छपरा (आदर्श कॉलोनी, श्याम चक) की मूल निवासी नेहा रंजन ने दक्षिण अफ्रीका में आयोजित विश्व प्रसिद्ध कॉमरेड्स मैराथन को 8 जून, 2025 को सफलतापूर्वक पूरा कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह दौड़ पूरी दुनिया में "अल्टीमेट ह्यूमन रेस" के नाम से जानी जाती है। इस वर्ष की दौड़ *पीटरमैरिट्ज़बर्ग से डरबन तक आयोजित की गई थी, जिसकी आधिकारिक दूरी 89.98 किमी (लगभग 90 किमी) थी और यह डाउनहिल रन थी।
इस अभूतपूर्व उपलब्धि के साथ, नेहा दादरा और नगर हवेली की पहली महिला बन गई हैं, जिन्होंने इतनी लंबी अंतर्राष्ट्रीय दूरी की दौड़ पूरी की है और संभवतः यह उपलब्धि पाने वाली बिहार की पहली महिला भी बन गई हैं। इस वर्ष की कॉमरेड्स मैराथन में दुनियाभर से लगभग 25,000 धावकों ने भाग लिया, जिसमें भारत से रिकॉर्ड 416 प्रतिभागी शामिल थे, जिनमें 57 महिलाएं थीं। नेहा ने यह कठिन दौड़ 10 घंटे 49 मिनट और 23 सेकंड में पूरी कर ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। नेहा की सफलता को और भी प्रेरणादायक बनाता है उनका जीवन। 40 वर्षीय गृहिणी और 8 वर्षीय बच्चे की मां ने महज तीन वर्ष पहले दौड़ना शुरू किया, वह भी अकेले सिलवासा के "रिवरफ्रंट" पर। ऑनलाइन कोचिंग और सीमित संसाधनों के साथ उन्होंने कॉमरेड्स मैराथन की तैयारी का लगभग 85 फीसदी हिस्सा अकेले तय किया, जो कि अत्यंत सराहनीय है।
उन्होंने इस दौड़ के लिए लगातार छह महीने कठिन प्रशिक्षण लिया। हर महीने कम से कम 400 किलोमीटर दौड़ और पैदल चलीं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने 50, 56, 65 और 58 किलोमीटर की कई लंबी दौड़ें भी की, जिनमें ’किलवानी-रांधा हिल्स’, सिलवासा में हिल ट्रेनिंग शामिल थी। 2023 में, नेहा ने 12 घंटे की स्टेडियम रन में 71.6 किलोमीटर की दूरी तय कर जीत हासिल की थी। 2022 में जब उन्होंने मैराथन (42 किमी) की तैयारी करने की इच्छा जताई थी, तो कुछ लोगों ने यह कहकर हतोत्साहित किया कि "सिलवासा में कोई महिला इतनी लंबी दौड़ नहीं दौड़ती।" लेकिन पिछले तीन वर्षों में उन्होंने न सिर्फ कई मैराथन पूरी की, बल्कि 42 किमी और उससे अधिक दूरी की रेसों में जीत भी दर्ज की।
नेहा का मानना है कि अगर 40 वर्ष की उम्र में एक महिला, जो कोई पेशेवर एथलीट नहीं, सिर्फ समर्पण और इच्छाशक्ति के दम पर यह कर सकती है, तो और महिलाएं भी अपने स्वास्थ्य और फिटनेस को प्राथमिकता देकर जीवन में नए आयाम छू सकती हैं। वह चाहती हैं कि स्थानीय स्तर पर दौड़ और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़े, खासकर महिलाओं के बीच। उनके पिता नवीन कुमार और माता द्रौपदी देवी ने इस दौड़ के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं। नेहा की शिक्षा छपरा और पटना में हुई है। उनकी शादी पटना में हुई और वर्तमान में वह ’सिलवासा’ में अपने परिवार के साथ रहती हैं।