पटना, 11 मार्चः बिहार की अररिया लोकसभा और भभुआ व जहानाबाद विधानसभा सीटों पर रविवार को मतदान संपन्न हो गए। इस दौरान अररिया लोकसभा में 57 फीसदी मतदान हुए। भभुआ विधानसभा में कुल 54.3 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला है। जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में 50.6 वोट डाले गए। इस दौरान अररिया के 2143 तथा जहानाबाद में 357 और भभुआ में 326 मतदान केंद्र वोट डाले गए। लेकिन भभुआ के करीब 23 बूथ पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (इवीएम) में गड़बड़ी के चलते दोबारा चुनाव कराए जाएंगे। विपक्ष ने मुख्य चुनाव आयुक्त से इसकी जांच कराने की मांग की है।
बिहार की राजनीति, खासकर के लालू प्रसाद यादव के जेल जाने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता के तौर पर उभरे तेजस्वी यादव के लिए ये बेहद अहम चुनाव थे। जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का विरोध करने और आरजेडी के साथ मैदान में उतरने वाली जेडीयू को अपने यूर्टन को साबित करना है। पिछले चुनाव में एक दूसरे की प्रतिद्वंदी रही बीजेपी और जेडीयू इस बार एक साथ हैं।
अररिया लोकसभा सीट पर चुनाव आरजेडी सांसद तस्लीमुद्दीन के निधन के चलते हो रहा है। इस सीट पर प्रमुख मुकाबला आरजेडी के सरफराज आलम और बीजेपी के प्रदीप कुमार सिंह में है। भभुआ में बीजेपी विधायक आनंद भूषण पांडेय के निधन के कारण उपचुनाव हो रहे हैं। यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी की रिंकी पांडेय और कांग्रेस के शंभू पटेल में है। जहानाबाद विधानसभा में विधायक मुंद्रिका सिंह यादव के निधन के बाद अब आरजेडी ने उनके बेटे सुदय यादव को यहां से खड़ा किया है। इनके विरोध में जेडीयू के अभिसार शार्मा हैं।
इस तरह हुआ बिहार उपचुनाव में मतदान
-शाम 5 बजे तक बिहार की तीनों उपचुनावों के लिए मतदान हो चुके हैं। अररिया लोकसभा में 57 फीसदी मतदान हुए। जबकि साल 2014 के आम चुनाव में यहां 61 फीसदी मतदान हुए थे।
- भभुआ विधानसभा में कुल 54.3 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला है। जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में 50.6 वोट डाले गए।
- ईटीवी के मुताबिक कुछ मतदाता शाम पांच बजने के बाद भी कतार में लगे थे। उन्हें टोकन दे दिया है। ताकि वे अपना मतदान कर पाएं। जानकारी के मुताबिक शाम पांच बजने के बाद अररिया में 2286 भभुआ में 432 जहांनाबाद में 550 लोगों को मतदान के लिए टोकन दिए गए ।
- इसके अलावा ईवीएम में गड़बड़ी के चलते भभुआ के 23 बूथ प्रभावित हुए। इन पर आगामी 13 मार्च को चुनाव होने के आसार हैं।
- बिहार में मतदान फीसदी औसत से आगे निकल गई है। शाम चार बजे तक अररिया लोकसभा क्षेत्र में 51.02 फीसदी मतदान, भभुआ विधानसभा क्षेत्र में 51 फीसदी मतदान और जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में 49.3 प्रातिशत मतदान हो चुके हैं।
-लोकसभा सीट अररिया और भभुआ व जहानाबाद विधानसभा सीटों पर शाम 3 बजे तक 45 फीसदी से ज्यादा मतदान हो चुके हैं। खबरों के मुताबिक अभी भी भारी संख्या में लोग पोलिंग बूथों पर आ रहे हैं।
- ईवीएम में गड़बड़ी के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि जहां दो घंटे से अधिक वोटिंग में देरी हुई है, वहां कर मतदान कराने का फैसला लिया जा सकता है।
- अररिया लोकसभा सीट के लिए बुजुर्ग महिला अपने परिवार वालों के साथ पहुंती वोट डालने।
- अररिया लोकसभा उपचुनाव में सुत्रों के मुताबिक 11 बजे तक 22 प्रतिशत मतदान हुए हैं। यहां वोटरों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। हालांकि यहां के कुछ बूथों का भी बहिष्कार किया गया है।
-वहीं, भभुआ में 18 प्रतिशत और जहानाबाद में 14 प्रतिशत वोटिंग हुई है।
- अररिया लोकसभा उप-चुनाव के भाजपा उम्मीदवार प्रदीप सिंह वोट डाला।
-जहानाबाद में वोटिंग में मतदाताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर्ची और वोटर लिस्ट में सही से मिलान नहीं हो पा रहा है। जहानाबाद के आदर्श बूथ पर ऐसा हो रहा है।
- जहानाबाद में मतदान शुरू, पोलिंग बुथ पर शांतिपूर्ण तरीके से लोग लाइन में लगकर दे रहे हैं वोट।
- बिहार के अररिया लोकसभा क्षेत्र में सुबह सात बजे से मतदान के लिए लोग आने लगे हैं। साल 2014 के आम चुनावों में इस लोकसभा सीट पर 61 फीसदी मतदान हुआ था
- जहानाबाद विधानसभा में जेडीयू की सीधी टक्कर आरजेडी से है। इस सीट को सीधे लालू की प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जा रहा है।
लोकसभा चुनाव 2014 में अररिया सीट
लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी ने बिहार की 40 में से 22 सीटें जीत ली थीं। उनके सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने 6 और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) ने 3 सीटों पर कब्जा किया था। यानी कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने बिहार की 40 में से कुल 31 सीटों पर जीत दर्ज की थी। तब लालू के नेतृत्व में सीमांचल के बड़े नेता तस्लीमुद्दीन ने ये सीट बीजेपी से छीनने में सफल रहे थे। क्योंकि इससे पहले दो लोकसभा चुनावों 2009-2004 में अररिया पर बीजेपी काबिज थी।
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लेकिन ना इस बार लालू हैं, ना तस्लीमुद्दीन। इस बार इन दोनों दिग्गज नेताओं के बेटों की परीक्षा है। तस्लीमुद्दीन के निधन होने से ही यह सीट खाली हुई थी। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी का पहला चुनाव होने जा रहा है। इस पर उन्होंने पहली चाल ये चली। -
भभुआ विधानसभा सीट पर क्यों लड़ी कांग्रेस
कांग्रेस ने किन आंकड़ों पर आरजेडी से यह सीट छीनी और बीजेपी के सामने खड़ी हुई इसका जवाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कौकब कादरी बेहतर देंगे। लेकिन आंकड़े उनके खिलाफ हैं। भले आजादी के बाद के शुरुआती चुनावों में इस सीट पर कांग्रेस का एकछत्र राज्य रहा हो। पर आखिरी बार कांग्रेस पर इस सीट पर 28 साल पहले साल 1990 में जीती थी।
भभुआ विधानसभा उपचुनाव 2018 के उम्मीदवार
कहने को भले चुनाव में लड़ाई बजेपी और कांग्रेस आमने-सामने हैं अपने सही मायमों में इस सीट पर कुल 17 उम्मीदवार उतरे हैं।
1. रिंकी रानी पाडेय, बजेपी2. संभू नाथ सिंह पटेल, कांग्रेस 3. संप्रभावती देवी, बहुजन मुक्ति पार्टी4. सलीम अंसारी, भारतीय मोमिन फ्रंट5. अक्षयबर सिंह, निर्दलीय6. उज्जवल कुमर चौबे, निर्दलीय7. ओम प्रकाश सिंह, निर्दलीय8. कमलेश आजाद, निर्दलीय9. जगमोहन पाल, निर्दलीय10. जसवीर सिंह, निर्दलीय11. धर्मेंद्र सिंह, निर्दलीय12. राम दुलार चौधरी, निर्दलीय13. विकास सिंह, निर्दलीय14. विजयंता देवी, निर्दलीय15. शिव मूरत बिंद, निर्दलीय16. संतोष कुमार सिंह, निर्दलीय17. समीम रैन, निर्दलीय
जहानाबाद उपचुनाव में असल मुकाबला
यह सीट आरजेडी की है और दिवंगत विधायक मुन्द्रिका सिंह यादव की क्षेत्र में अच्छी पकड़ बताई जाती है। उनकी छवि एक साथ-सुथरे नेता के रूप में थी। इसका लाभ उनके बेटे को मिल सकता है। लेकिन जेडीयू ने इसका तोड़ निकाला है। बिहार के मगध क्षेत्र के इस इलाके में ब्रह्मर्षि समाज वोटर का प्रभुत्व है। लेकिन पूरे इलाके में एक भी विधायक इस समाज से नहीं है। ऐसे में जेडीयू ने बिरादरी फैक्टर खेलते हुए अभिराम शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। एनडीए की सहयोगी पार्टी रालोसपा इस बार जेडीयू को समर्थन दे रही है। इससे चुनाव और दिलचस्प हो गया है।
जहानाबाद उपचुनाव 2018 के प्रत्याशी
1. कुमार कृष्णा मोहन एलियास सुदय यादव, आरजेडी2. अभिसार शर्मा, जेडीयू3. अर्चना मिश्रा, शिव सेना4. आनंद कुमार, क्रांतिकारी विकास दल5. कुंती देवी, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी, लेनिनवादी) लिबरेशन6. महेश कुमार, राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी7. अमूल कुमार, निर्दलीय8. कुमारी कुसुम, निर्दलीय9. ब्रीजनंदन सिंह, शोषित समाज दल10. धंनंजय कुमार, निर्दलीय11. प्रकाश कुमार, निर्दलीय12. मनी भूषण शर्मा, निर्दलीय13. मिथिलेश कुमार सिंह, निर्दलीय14. मो. सुल्तान अहमद, निर्दलीय