Bihar Assembly: बिहार विधानसभा परिसर में आने वाला पहला प्रधानमंत्री, पीएम मोदी बोले-शताब्दी स्मृति स्तंभ गौरवशाली अतीत का प्रतीक बनेगा
By सतीश कुमार सिंह | Updated: July 12, 2022 19:27 IST2022-07-12T19:26:21+5:302022-07-12T19:27:26+5:30
Bihar Assembly centenary: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना में शताब्दी स्मृति स्तंभ का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना आगमन पर बिहार के राज्यपाल फागू चौहान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बधाई दी।

बिहार पहला ऐसा राज्य बना जिसने पंचायती राज में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया।
पटनाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना में बिहार विधान सभा संग्रहालय भवन और अतिथिशाला का शिलान्यास किया। पीएम ने कहा कि शताब्दी स्मृति स्तंभ बिहार के गौरवशाली अतीत का प्रतीक तो बनेगा ही साथ ही ये बिहार की कोटि-कोटि आकांक्षाओं को भी प्रेरणा देगा।
बिहार विधानसभा परिसर में आने वाला पहला प्रधानमंत्री होने पर सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना आगमन पर बिहार के राज्यपाल फागू चौहान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बधाई दी। बिहार को लोग हर मामले में आगे हैं।
Sometimes even our people say the same. But if someone says this, he is trying to hide Bihar's history and heritage: Prime Minister Narendra Modi in Patna, Bihar pic.twitter.com/Bm88KuDDiz
— ANI (@ANI) July 12, 2022
बिहार का ये स्वभाव है कि जो बिहार से स्नेह करता है, बिहार उसे वो प्यार कई गुना करके लौटाता है। आज मुझे बिहार विधानसभा परिसर में आने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री होने का सौभाग्य भी मिला है। मैं इस स्नेह के लिए बिहार के जन-जन को हृदय से नमन करता हूं।
बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह के समापन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री उपस्थित हुए हैं तो हम सब उनके प्रति सम्मान प्रकट करते हैं। ये पहली बार बिहार विधानसभा के परिसर में कोई प्रधानमंत्री आए हैं तो ये कोई मामूली बात नहीं है।
Bihar Assembly’s centenary celebrations are being held at a time when the nation is celebrating Amrit Mahotsav of its independence. 100 yrs of Assembly & 75 yrs of independence isn't just a coincidence of time, this coincidence has a shared past&a significant message: PM in Patna pic.twitter.com/1IzFMzSAqT
— ANI (@ANI) July 12, 2022
पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में लोकतन्त्र की अवधारणा उतनी ही प्राचीन है जितना प्राचीन ये राष्ट्र है, जितनी प्राचीन हमारी संस्कृति है। बिहार विधानसभा का अपना एक इतिहास रहा है और यहां विधानसभा भवन में एक से एक, बड़े और साहसिक निर्णय लिए गए हैं।
आज़ादी के पहले इसी विधानसभा से गवर्नर सत्येंद्र प्रसन्न सिन्हा जी ने स्वदेशी उद्योगों को प्रोत्साहित करने, स्वदेशी चरखा को अपनाने की अपील की थी। आज़ादी के बाद इसी विधानसभा में जमींदारी उन्मूलन अधिनियम पास हुआ। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, नीतीश जी की सरकार ने बिहार पंचायती राज जैसे अधिनियम को पास किया।
Prime Minister Narendra Modi held a roadshow in Patna, Bihar today. He is participating in the concluding function of the Bihar Assembly’s centenary celebrations here. pic.twitter.com/Ig29txxxTh
— ANI (@ANI) July 12, 2022
इस अधिनियम के जरिए बिहार पहला ऐसा राज्य बना जिसने पंचायती राज में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया। देश के सांसद के रूप में, राज्य के विधायक के रूप में हमारी ये भी ज़िम्मेदारी है कि हम लोकतंत्र के सामने आ रही हर चुनौती को मिलकर हराएं। पक्ष विपक्ष के भेद से ऊपर उठकर, देश के लिए, देशहित के लिए हमारी आवाज़ एकजुट होनी चाहिए।
The concept of democracy in India is as ancient as this nation and our civilisation: Prime Minister Narendra Modi in Patna, Bihar pic.twitter.com/ubAkrV2Fwn
— ANI (@ANI) July 12, 2022
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार ने आज़ाद भारत को डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद के रूप में पहला राष्ट्रपति दिया। लोकनायक जयप्रकाश, कर्पूरी ठाकुर और बाबू जगजीवन राम जैसे नेतृत्व इस धरती पर हुए। जब देश में संविधान को कुचलने का प्रयास हुआ, तो भी उसके खिलाफ बिहार ने सबसे आगे आकर विरोध का बिगुल फूंका।