Bihar Assembly Elections 2025: महागठबंधन में सीटों के तालमेल से पहले ही राजद ने तय कर लिए 50 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम!
By एस पी सिन्हा | Updated: October 5, 2025 16:48 IST2025-10-05T16:48:26+5:302025-10-05T16:48:32+5:30
चुनावी माहौल में लालू यादव अकसर चुनावी रैली में शामिल होते हैं और प्रत्याशियों के लिए वोट मांगते हैं। हालांकि लालू प्रसाद यादव इस बार स्वास्थ्य कारणों से चुनाव प्रचार में सक्रिय रूप से हिस्सा नहीं लेंगे, लेकिन उम्मीदवार चयन में अंतिम मुहर उन्हीं की लगती है।

Bihar Assembly Elections 2025: महागठबंधन में सीटों के तालमेल से पहले ही राजद ने तय कर लिए 50 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम!
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जारी सियासी हलचल के बीच महागठबंधन में अभी तक सीट बंटवारे को लेकर अब तक सहमति नहीं बनी है। इसी बीच जानकारी मिल रही है कि राजद ने 50 सीटों पर उम्मीदवारों का नाम तय कर लिया है। साथ ही उन उम्मीदवारों को उनके क्षेत्र में प्रचार प्रसार करने की इजाजत भी दे दी है। सूत्रों की मानें तो पार्टी ने अब तक इसे सार्वजनिक नहीं किया है, लेकिन उन संभावित उम्मीदवारों ने अपने अपने क्षेत्र में लोगों से मिलना जुलना शुरु कर दिया है।
बता दें कि बिहार की राजनीति में राजद प्रमुख लालू यादव एक प्रभावशाली नाम है। चुनावी माहौल में लालू यादव अकसर चुनावी रैली में शामिल होते हैं और प्रत्याशियों के लिए वोट मांगते हैं। हालांकि लालू प्रसाद यादव इस बार स्वास्थ्य कारणों से चुनाव प्रचार में सक्रिय रूप से हिस्सा नहीं लेंगे, लेकिन उम्मीदवार चयन में अंतिम मुहर उन्हीं की लगती है।
सूत्रों के अनुसार राजद ने लगभग 40 प्रतिशत यानी 50 सीटों पर उम्मीदवारों को क्षेत्र में प्रचार की मंजूरी दी है। बताया जा रहा है कि इन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम भी तय हो चुके हैं, लेकिन पार्टी ने फिलहाल उसे सार्वजनिक नहीं किया है। सूत्रों की मानें तो ये सभी सीटें पारंपरिक रूप से राजद के प्रभाव वाले क्षेत्र मानी जाती हैं। जहां मुसलमान, यादव और रविदास समुदाय का प्रभाव प्रमुख है। इन इलाकों में 1990 के दशक से लालू प्रसाद यादव और राजद का दबदबा कायम रहा है।
सूत्रों के अनुसार, राजद इस बार इंडिया गठबंधन के प्रमुख दल के रूप में लगभग 130 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुका है। हालांकि, बाकी 60 फीसदी यानी करीब 80 सीटों पर उम्मीदवार चयन अभी अटका हुआ है। कुछ सीटें सहयोगी दलों के साथ तालमेल की वजह से तो कुछ सीटों पर एक से अधिक दावेदारों की मजबूती के कारण फंसी हैं। राजद की उम्मीदवार सूची में औरंगाबाद, बांका, पटना, आरा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, गया, बेगूसराय, नवादा, रोहतास, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, सीवान, सारण, अररिया, मधेपुरा, सहरसा, जहानाबाद, बक्सर, गोपालगंज, वैशाली, नालंदा, खगड़िया समेत कई जिलों की सीटें शामिल हैं।
इनमें रफीगंज, नवीनगर, गोह, ओबरा, कटोरिया, धोरैया, मनेर, मसौढ़ी, बख्तियारपुर, फतुहा, संदेश, जगदीशपुर, शाहपुर, गायघाट, मीनापुर, बोचहां, समस्तीपुर, मोरवा, उजियारपुर, दरभंगा ग्रामीण, नोखा, डिहरी, दिनारा, चोरिया बरियारपुर, साहेबपुर कमाल, बोधगया, अतरी, गुरुआ, वारसलीगंज, गोबिंदपुर, नरकटिया. कल्याणपुर, बाजपट्टी, बेलसंड, मधुबनी, लौकहा, रघुनाथपुर, मढ़ौरा, गरखा, परसा, एकमा, जोकीहाट, मधेपुरा, ब्रह्मपुर, सिमरी बख्तियारपुर, जहानाबाद, बैकुंठपुर, राघोपुर, इस्लामपुर और परबत्ता जैसी सीटों पर उम्मीदवार तय माने जा रहे हैं।
पार्टी के आंतरिक सर्वे में कई सीटों पर दो या उससे अधिक मजबूत नाम सामने आए हैं। जिन पर अंतिम निर्णय की प्रक्रिया जारी है। वहीं, राजद की नजर एनडीए उम्मीदवारों की संभावित सूची पर भी है ताकि रणनीतिक रूप से प्रत्याशियों का चयन किया जा सके।