Bihar assembly elections 2020: राजद का घोषणापत्र, 10 लाख रोजगार, वादों की भरमार, ‘प्रण हमारा संकल्प बदलाव का’ नाम दिया
By एस पी सिन्हा | Published: October 24, 2020 08:17 PM2020-10-24T20:17:59+5:302020-10-24T20:17:59+5:30
महागठबंधन और एनडीए के नेताओं में जुबानी जंग जारी है. इन सबके बीच तेजस्वी यादव ने आज पत्रकार वार्ता कर राजद का घोषणा पत्र जारी कर दिया. राजद के घोषणा पत्र को 'प्रण हमारा संकल्प बदलाव का' नाम दिया गया है. राजद के घोषणापत्र में उच्च शिक्षा, कर्जमाफी, स्मार्ट गांव, स्वयं सहायता समूह और उद्योगों को बढ़ावा देने के 17 वादे किए गए हैं.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कुछ ही दिन बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू होने वाली है. चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल चरम पर है. बीते दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रैलियां कर अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की.
इस गहमागहमी के बीच महागठबंधन और एनडीए के नेताओं में जुबानी जंग जारी है. इन सबके बीच तेजस्वी यादव ने आज पत्रकार वार्ता कर राजद का घोषणा पत्र जारी कर दिया. राजद के घोषणा पत्र को 'प्रण हमारा संकल्प बदलाव का' नाम दिया गया है. राजद के घोषणापत्र में उच्च शिक्षा, कर्जमाफी, स्मार्ट गांव, स्वयं सहायता समूह और उद्योगों को बढ़ावा देने के 17 वादे किए गए हैं.
घोषणापत्र पर महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव का कहना है कि यह ‘प्रण हमारा संकल्प बदलाव का’ पर आधारित है. बिहार को बदलने वाला घोषणापत्र जारी किया गया है. घोषणापत्र में 10 लाख नौकरी, स्थायी नियुक्ति, नियमित वेतनमान का भरोसा भी है. राजद ने अपने घोषणापत्र में युवाओं समेत अन्य क्षेत्र में भी खासा ध्यान दिया है.
संकल्प पत्र में रोजगार, कृषि, उद्योग, उच्च शिक्षा, महिला सशक्तिकरण से लेकर स्मार्ट गांव तक जोर दिया है. पार्टी ने स्वयं सहायता समूह, पंचायती राज, खेल समेत कई मुद्दों को प्राथमिकता दिया है. घोषणा पत्र में राजद ने बिहार के बेरोजगार युवाओं को 10 लाख नौकरी देने का वादा दोहराया है. इसके अलावा बेरोजगार युवाओं को 1500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया है.
नए उद्योग स्थापित करने के लिए टैक्स माफी का वादा भी किया
राजद ने पुरानी पेंशन योजना को लागू करने, गांवों को स्मार्ट बनाने, सीसीटीवी कैमरे लगाने, प्रदेश में नई उद्योगों नीति आने और नए उद्योग स्थापित करने के लिए टैक्स माफी का वादा भी किया है. 10 लाख नौकरी, संविदा प्रथा खत्म करना, सभी को समान काम का समान वेतन दिया जाएगा. सरकारी विभागों में निजीकरण को बंद किया जाएगा.
नियोजित शिक्षकों को समान वेतनमान. कार्यपालक सहायक लाइब्रेरियन उर्दू शिक्षकों की बहाली की जाएगी. बिहारी युवाओं को सरकारी परीक्षा फॉर्म भरने का फीस नहीं लगेगा और उनके आने जाने की यात्रा का किराया मुफ्त में सरकार देगी. आंगनबाडी सेविका सहायिका, आशा कर्मी, ग्रामीण चिकित्सक की मांगे पूरी की जाएगी.
घोषणापत्र में किसानों को आमदनी बढाना और उनके कार्य मुक्त करना, किसानों के फसल खरीदने पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बोनस दी जाएगी. नई उदार उद्योग नीति लाया जाएगा. व्यवसायिक आयोग का गठन किया जाएगा. व्यवसायियों की सुरक्षा और भय मुक्त व्यापार हेतु औद्योगिक क्षेत्रों में व्यापारिक सुरक्षा दस्ता का गठन किया जाएगा. पहली बार शिक्षा पर 22 प्रतिशत की बजट जारी होगा. नेतरहाट के तर्ज पर सभी प्रखंड में एक विद्यालय की स्थापना की जाएगी.
हर जिले में 3 से 5 आवासीय विद्यालय के साथ में की जाएगी
हर जिले में 3 से 5 आवासीय विद्यालय के साथ में की जाएगी. सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में मातृभाषा के साथ अंग्रेजी और कंप्यूटर की पढाई अनिवार्य की जाएगी. इसके साथ ही सरकारी नौकरी में बिहार के युवाओं को तरजीह देने के लिए राज्य सरकार डोमिसाइल पॉलिसी लाएगी. सरकारी नौकरियों के 85 प्रतिशत पद बिहार के युवाओं के लिए आरक्षित होंगे.
इसके अलावा किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की गई है. इसके साथ ही पिछडे और दलित छात्रों को इंटरमीडिएट में 80 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर लैपटॉप दिया जाएगा. सभी जिलों में गुणवत्तापूर्ण सरकारी इंजीनियरिंग मेडिकल फार्मेसी पॉलिटिकल पारा, मेडिकल कॉलेज के स्थापना उसका विस्तार किया जाएगा. सभी सरकारी स्कूलों में छात्रों के लिए अलग से शौचालय की व्यवस्था, स्कूली छात्राओं को सेनेटरी नैपकिन निशुल्क दी जाएगी.
दस लाख नौकरी देने के वादे पर उठ रहे सवालों पर घोषणा-पत्र जारी करने के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि वह एक करोड़ नौकरी का वादा नहीं करेंगे. उन्होंने एक बार फिर से भाजपा और नीतीश कुमार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने भाजपा के 19 लाख रोजगार देने के वादे पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कहा कि भाजपा कहती है कि 19 लाख बिहार में रोजगार देंगे. लेकिन भाजपा बताए की उनके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कौन है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वह उम्मीदवार घोषित किए हैं, वह तो पहले ही हाथ खडे़ कर दिए हैं कि पैसा नहीं है.
फिर भाजपा कहां से पैसा लाएगी? बेवकूफ किसे बना रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मैं 10 लाख नौकरियों का वादा कर रहा हूं. मैं केवल कहने के लिए एक करोड नौकरियों का वादा भी कर सकता था. मगर मैं ऐसा नहीं कर रहा हूं क्योंकि 10 लाख नौकरी का वादा मंत्रिमंडल की पहली बैठक में एक वास्तविकता बन बनेगा. यह देश में पहली बार होगा कि एक बार में 10 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे. यह आंकड़ा वर्तमान में राज्य के कार्यबल को देखते हुए सामने आया है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि लोग मजाक उडाते हैं कि हम कहां से रोजगार पैदा करेंगे? अब आपको समझना चाहिए कि कमाई और रोजगार के बीच अंतर है. हम यहां सरकारी नौकरियों के बारे में बात कर रहे हैं. उन्होंने आगे बताया कि शिक्षकों, प्रोफेसरों, जूनियर इंजीनियरों, डॉक्टरों, नर्स लैब तकनीशियनों के लिए रोजगार के अवसर हैं. हमें राज्य की कानून-व्यवस्था के लिए अधिक पुलिस की आवश्यकता है. मणिपुर एक छोटा राज्य है, लेकिन बिहार की तुलना में इसकी प्रति लाख आबादी पर पुलिस अधिक है.